Jharkhand Crime News: रांची के हॉस्टल में तोड़फोड़ के आरोप में पुलिस ने 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला?

Jharkhand Crime News: झारखंड की राजधानी रांची के हरमू विद्यानगर स्थित नवीन सरना कॉलेज के छात्रावास को खाली करने को लेकर पिछले 16 मार्च को जमकर हंगामा हुआ था।

Update: 2022-03-21 10:42 GMT

Jharkhand Crime News: रांची के हॉस्टल में तोड़फोड़ के आरोप में पुलिस ने 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला?

विशद कुमार की रिपोर्ट

Jharkhand Crime News: झारखंड की राजधानी रांची के हरमू विद्यानगर स्थित नवीन सरना कॉलेज के छात्रावास को खाली करने को लेकर पिछले 16 मार्च को जमकर हंगामा हुआ था। हॉस्टल में घुसकर तोड़फोड़ करने के साथ साथ हास्टल में रह रहे विद्यार्थियों के साथ मारपीट की गई थी। छात्रावास के पीछे की चहारदिवारी को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। लोग लाठी, डंडा, हथौड़ा आदि के साथ पहुंचे थे। हंगामे के कारण चारो तरफ अफरा-तफरी मच गई थी। आसपास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल बन गया था।

इस मामले में सुखदेवनगर थाना की पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें रांची के कांके थाना स्थित टेंडर निवासी निरंजन उरांव (35 वर्ष) पिता स्वर्गीय गोयंदा उरांव और शंकर उरांव (40 वर्ष) पिता स्वर्गीय मंगरा उरांव के अलावा चान्हो थाना के चटवल निवासी रजनीश कुजूर उरांव (32 वर्ष) पिता मोराहा उरांव, हुरहुरी निवासी लक्ष्मण उरांव (27 वर्ष) पिता स्वर्गीय दामू उरांव और सिलागाई गांव निवासी सत्यजीत उरांव (23 वर्ष) पिता महादेव उरांव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

उल्लेखनीय है कि इस मामले को लेकर 18 मार्च को वहां सिसई विधायक जीगा सुसारण होरो, मांडर विधायक बंधु तिर्की, खिजरी विधायक राजेश कच्छप, पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव, पूर्व विधायक सुखदेव भगत सहित अन्य आदिवासी नेता और छात्र नेता पहुंचे थे। वहां डीएसपी जीतवाहन उरांव, डीएसपी यशोदरा के अलावा सुखदेवनगर थानेदार इंस्पेक्टर ममता कुमारी भी मौजूद थीं।

इन नेताओं और पुलिस के बीच मामले में हुई कार्रवाई को लेकर बातचीत चल रही थी कि इसी बीच अचानक सिसई विधायक जीगा सुसारण होरो सुखदेवनगर थानेदार ममता पर भड़क गए और धमकी भरे लहजे में कहा "अधिक होशियार बनने की कोशिश मत करो, वरना यहीं बंधक बना देंगे। छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं, युद्ध छिड़ा तो रांची को पागल कर देंगे।"

विधायक ने आगे कहा "आप किस चीज के लिए ड्यूटी करते हैं जो समय से कार्रवाई नहीं करते? आप चाहते हैं यहां के बच्चे बदमाश बन जाएं और जंगल में चले जाएं, तब आपलोग छापेमारी कीजिएगा। सवाल आप पर खड़ा होता है। हम यहां मीटिंग करने नहीं आए हैं। दवा भी और दारू भी दीजिएगा। इस हास्टल में गरीब बच्चे पढऩे आते हैं।"

"आपलोगों को तकलीफ लगता है कि यहां के बच्चे पढ़ लिखकर उन्नति करें।" रात में काल किए जाने के बारे में कहा - "आप रात को किस भाषा में बात किए थे। गवर्नर हैं क्या। यहां पढऩे में दिक्कत होगी तो मजबूरी में लोग जंगल में चला जाएगा। उग्रवादी बन जाएगा, लूटेगा, मारेगा। ऐसे भी यहां का जल, जंगल, जमीन लूटा जा रहा है। हास्टल का मामला कोर्ट में है तो आप क्या कर रहे हैं। आप ठीक से रहिए, छापेमारी हम करवा देंगे। हमलोग का रंग चढ़ गया तो अच्छा से रंग चढ़ा देंगे।"

उन्‍होंने कहा, "होशियार रहो, छेड़ो नहीं, युद्ध छेड़ोगे तो पागल कर देंगे, रांची को बता दे रहा हूं। आप ड्यूटी करती हो तो अच्छे से निभाओ। आपको भी इज्जत देते हैं, लेकिन ऐसा मत करो कि किसी का हाथ पैर टूट जाए। हास्टल का बाथरूम टूट गया, तहस-नहस हो गया। हाल ऐसा हो गया कि छात्र बाथरूम नहीं जा सकते। खाना नहीं बना सकते। पुस्तकें भी जला दी गईं। आइओ को कहा, आप ठीक से काम कीजिए, कितना देर में आपलोग अपराधियों को पकड़ेंगे जवाब दीजिए।"

"यस या नो में जवाब दीजिए। आग मत लगाइयेगा। तमाशा बना के रखे हैं आप लोग।"

आगे कहा कि "जब छात्रावास की जमीन का मामला कोर्ट में है तो ठीक से रहिए. आप छापेमारी कर रही हैं। आपका ही छापेमारी करवा देंगे।"

इसी बीच थाना प्रभारी वहां से उठ कर राेते हुए चली गई।

विधायक के इस व्यवहार से झारखंड पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारी काफी आहत हुए। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को इसकी सूचना देने और उक्त विधायक के आचरण की जांच कराने और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है।

बताते चलें कि 16 मार्च को रांची के सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के हरमू स्थित परम चौड़ा में नवीन सरना कॉलेज हॉस्टल में घुस कर तोड़फोड़ की। साथ ही स्टूडेंट्स से मारपीट कर उनका सामान कुएं में फेंक दिया था। सूचना मिलने पर जब पुलिस पहुंची, तब स्टूडेंट्स और पुलिस के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी।

इधर, स्टूडेंट्स का आरोप था कि जमीन मामले में हथियार लेकर कुछ लोग कब्जा करने हॉस्टल पहुंचे थे। हॉस्टल में रहनेवाले और सामाजिक कार्यकर्ता शशि पन्ना ने बताया कि जब तोड़फोड़ करने का स्टूडेंट्स ने विरोध किया, तब उन्हें हथियार दिखाकर चुप कराया गया। वीडियो बनाने पर मोबाइल छिन लिया गया। बाथरूम तक को तोड़ा गया। इस मामले में हॉस्टल में रहने वाले लोहरदगा निवासी इंद्रनाथ उरांव ने लिखित शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता ने सिमलिया के नवाटोली निवासी विशु उरांव के नेतृत्व में लोग हॉस्टल पहुंचे थे और हॉस्टल में रहनेवाले स्टूडेंट्स के साथ मारपीट किया गया था।

छात्रावास में रहने वाले छात्र करमा उरांव, कमल उरांव, नागेश्वर उरांव, अजय भगत, आलोक उरांव, संजय उरांव समेत अन्य लोगों ने एक नामजद समेत 250 अज्ञात के खिलाफ सुखदेवनगर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें कहा गया है कि 16 मार्च सुबह करीब दस बजे 200 से 250 संख्या में लोग हथियारों से लैस होकर छात्रावास घुस गए। उनसे 50 लाख की रंगदारी मांगी।

इसके बाद जमीन कब्जा करने आए लोगों ने तोड़फोड़ शुरू कर दिया। चहारदिवारी गिरा दी और बाथरूम, हॉल व अन्य जगहों पर रखी सामग्री को तोड़ दिया। मौजूद छात्रों के साथ मारपीट हुई। सभी छात्रों का मोबाइल छीन लिया गया। जान से मारने की धमकी भी दी। इस मामले में सुखदेवनगर थाना की पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

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