'जिस दिन हर मुसलमान भारत माता की जय बोलेगा, देश स्वीकार करेगा मुस्लिम प्रधानमंत्री', ऋषि सुनक के अल्पसंख्यक PM वाली बहस में कूदे विवेक अग्निहोत्री
Vivek Agnihotri On PM Rishi Sunak : विवेक अग्निहोत्री ने कहा है कि जिस दिन भारत में सभी मुसलमान भारत माता की जय और वंदे मातरम कहेंगे उस दिन देश एक मुस्लिम प्रधानमंत्री को स्वीकार करने के लिए तैयार होगा...
Vivek Agnihotri On PM Rishi Sunak : भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं। यह पहली बार है, जब किसी अल्पसंख्यक नेता ने विदेशी जमीन पर यह मुकाम हासिल किया है। इसी के साथ अब भारत में भी यह बहस शुरू हो गई है कि क्या कोई अल्पसंख्यक हमारे देश में भी भविष्य में प्रधानमंत्री बन सकता है ? बता दें कि कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी यह सवाल किया तो इस पर बीजेपी ने जवाब देते हुए कहा कि देश में अल्पसंख्यक समुदाय से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री हुए हैं। वहीं अब विवादस्पद फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री भी इस बहस में शामिल हो गए हैं। विवेक अग्निहोत्री ने कहा है कि जिस दिन भारत में सभी मुसलमान भारत माता की जय और वंदे मातरम कहेंगे उस दिन देश एक मुस्लिम प्रधानमंत्री को स्वीकार करने के लिए तैयार होगा।
विवेक अग्निहोत्री ने किया ट्वीट
बता दें कि ट्विटर पर फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने पत्रकार आरफा खानुम को जवाब देते हुए एक ट्वीट किया है। बता दें कि आरफा ने ट्विटर पर लिखा था कि 'तो हम भारत में मुस्लिम प्रधानमंत्री को स्वीकार करने और चुनने के लिए कब तैयार होंगे?' इसी के जवाब में अग्निहोत्री ने लिखा है कि 'जिस दिन भारत के सभी मुसलमान 'काफिर' शब्द पर बैन लगा देंगे, इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ बिना शर्त बोलेंगे, कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग मान लेंगे, सबसे पहले खुद को भारतीय के रूप में पहचान देंगे और उसी जोश और प्रतिबद्धता के साथ 'भारत माता की जय' और वंदे मातरम' कहेंगे। आप तैयार हैं?'
शशि थरूर को विवेक अग्निहोत्री ने दिया जवाब
बता दें कि इससे पहले विवेक अग्निहोत्री ने कांग्रेस नेता शशि थरूर को भी ऐसा ही जवाब दिया। शशि थरूर ने ट्विटर पर लिखा था कि 'अगर ऐसा है तो हम सभी को यह मानना पड़ेगा कि ब्रिटेन के लोगों ने अनोखा काम किया है। अपने सबसे शक्तिशाली कार्यालय में वहां एक अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य को मौका दिया गया है। अब जब हम सभी भारतीय मूल के ऋषि सुनक के लिए जश्न मना रहे हैं तो यह ईमानदारी से पूछा जाना चाहिए कि क्या ये यहां भी संभव है?'
इसके जवाब में विवेक अग्निहोत्री ने जो कहा कि '10 साल तक एक सिख अल्पसंख्यक समुदाय का सदस्य देश का प्रधानमंत्री था, जिस पर ईसाई अल्पसंख्यक समुदाय की एक पार्टी अध्यक्ष का शासन था। और जिस इंसान ने आपको पार्टी अध्यक्ष बनने की रेस में हराया वो भी दलित समुदाय से है।'
बीजेपी और विपक्ष के बीच जुबानी बहस
शशि थरूर, पी चिदंबरम सहित कई कांग्रेस नेताओं द्वारा सवाल किए जाने के बाद भाजपा और विपक्ष के बीच जुबानी बहस शुरू हो गई कि क्या अल्पसंख्यक का व्यक्ति भारत में प्रधान मंत्री बन सकता है। मनमोहन सिंह का उदाहरण देते हुए भाजपा ने कहा कि भारत में एक सिख प्रधानमंत्री, एक सिख और तीन मुस्लिम राष्ट्रपति हैं। भाजपा ने यह भी कहा कि ब्रिटेन में भारतीय वंश के साथ पैदा हुए ऋषि सनक और सोनिया गांधी के बीच कोई समानता नहीं हो सकती, जिन्होंने 'राजीव से शादी के बाद कई दशकों तक भारतीय नागरिकता लेने से इनकार कर दिया'।
महबूबा मुफ्ती को भी अल्पसंख्यक PM की चाह
वहीं दूसरी ओर ब्रिटेन की सत्ता में ऋषि सुनक के आने पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी उन्हें बधाई दी है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ब्रिटेन ने एक जातीय अल्पसंख्यक सदस्य को अपने प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार कर लिया है। भारत अभी भी एनआरसी और सीएए से जकड़ा हुआ है। इस पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने भी पलटवार करते हुए पूछा कि क्या वह पहले जम्मू-कश्मीर में अल्पसंख्यक मुख्यमंत्री को स्वीकार करेंगी।