झारखंड चुनावों में फॉरेन फंडिंग लेने के आरोपों में घिरे JLKM के जयराम महतो, चुनाव आयोग ने दिया कार्रवाई का आदेश
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Jharkhand News : झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयराम कुमार महतो जहां अपनी तेजतर्रार शैली के कारण मीडिया का केंद्रबिंदु बने हुए हैं, वहीं अब एक मामले में फंसते नजर आ रहे हैं। जी हां, टाइगर जयराम महतो के नाम से चर्चित यह युवा विधायक अब चुनावों में फॉरेन फंडिंग लेने के मामले में घिर गया है।
झारखंड में हुए विधानसभा चुनाव में जयराम महतों की पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) पर विदेशी फंडिंग के जरिए धन जुटाने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में चुनाव आयोग से शिकायत की गई थी, जिसके बाद आयोग नें बोकारो डीसी को पत्र लिखकर आवश्यक कार्यवाई करने को निर्देशित किया है।
बोकारो उपायुक्त को लिखे पत्र में चुनाव आयोग ने लिखा है, पश्चिम बंगाल निवासी राहुल बनर्जी ने ईमेल के जरिए राज्य चुनाव आयोग को शिकायत मिली है। झारखंड में हुए विधानसभा चुनाव में झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा ने अवैध तरीके से विदेशी फंडिंग के जरिए धन मंगाया था। इसका इस्तेमाल चुनाव में किया गया। चुनाव में विदेशी धन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन का मामला है। पत्र के जरिए चुनाव आयोग से यह भी शिकायत की गयी है कि ज्यादातर विदेशी धन सऊदी अरब से आया है। इस संबंध में ईमेल में QR कोड और भेजी गयी राशि का डिटेल भी दिया गया है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम के खिलाफ विदेशी फंडिंग की शिकायत करने वाले राहुल बनर्जी ने आयोग को सबूत भी उपलब्ध कराये हैं, जिससे पता चलता है कि सऊदी में रहने वाले एक दर्जनों लोगों ने झारखंड में हुए विधानसभा चुनाव में मदद के लिए जयराम की पार्टी को पैसे भेजे हैं। शिकायती पत्र में पैसे भेजने वालों के नाम और भेजी गयी रकम का भी जिक्र किया गया है। चुनाव में इस्तेमाल के लिए जयराम महतो की पार्टी द्वारा विदेशी फंड जुटाने के लिए जारी किये गये QR कोड को शिकायत पत्र के साथ संबद्ध किया गया है। हालांकि जयराम महतो खुद इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिये दे चुके हैं।
वहीं ईटीवी भारत से हुई बातचीत में जयराम महतो इस मसले पर कहते हैं, वह विदेशी फंड नहीं है, सहयोग है। हमारे भारत में रहने वाले लोग पूरी दुनिया में कहीं भी रहते होंगे। उन्होंने ही 100-50 रुपये कलेक्शन करके भेजे हैं। इस विषय को मैंने कभी छिपाया नहीं है। हमारे बहुत सारे मित्र, गांव के लोग कुवैत, मलेशिया, ट्यूनेशिया, सऊदी अरब समेत 18 देश में रहते हैं। किसी ने 500, किसी ने 10 हजार, किसी ने 15 हजार तो कहीं से सामूहिक संग्रह करके सहयोग राशि भेजी है यह सच है, इससे हम कहीं भागेंगे क्यों, लेकिन कुछ जलनखोर लोग हैं, वे लोग गलत तरीके से चुनाव आयोग को शिकायत किए हैं। मैं चाहता हूं कि चुनाव आयोग की टीम आए और जांच करे। मैं सारे खाते को सार्वजनिक कर दूंगा, जिन जिन लोगों ने हमें चंदा दिया है, सहयोग दिया हैं सभी से कॉल, वीडियो कॉलिंग से बात करवा देंगे।