पत्रकार दीपक चौरसिया की कुंडली में आसाराम बापू ने बनाया जेल योग, ये है अरेस्ट वारंट जारी होने की वजह
Deepak Chaurasia Arrest Warrant: स्टूडियो के भीतर ही चांद तक घूम आने वाले स्वयंभू पत्रकार दीपक चौरसिया के खिलाफ अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। पूरा मामला साल 2013 का है, जब एक न्यूज चैनल पर फर्जी खबर चला दी गई थी...
Deepak Chaurasia Arrest Warrant: स्टूडियो के भीतर ही चांद तक घूम आने वाले स्वयंभू पत्रकार दीपक चौरसिया के खिलाफ अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। पूरा मामला साल 2013 का है, जब एक न्यूज चैनल पर फर्जी खबर चला दी गई थी। इस मामले में गुरूग्राम की स्पेशल कोर्ट ने 28 अक्टूबर को आदेश जारी किया है, जिसकी जानकारी अब सामने आई है।
इसलिए भेजा गया चौरसिया को गिरफ्तारी वारंट
दीपक चौरसिया ने अदालत में पेश होने में कुछ तकलीफ बताई थी। स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अदालत में पेशी से छूट की मांग की थी। लेकिन, अदालत में उनकी मेडिकल रिपोर्ट इस बात को साबित नहीं कर सकी थी। जिसके चलते कोर्ट ने माना कि चौरसिया जानबूझकर कोर्ट में पेशी से बचना चाहते हैं। इसी आधार पर अदालत ने चोरसिया की पेशी से बचने की याचिका को रद्द कर दिया, साथ ही साथ उनकी बेल भी रद्द कर दी गई।
ये है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2013 में तीन न्यूज चैनलों ने बलात्कारी आसाराम बापू से जुड़ी यौन शोषण की रिपोर्ट दिखाई थी। जब रिपोर्ट सामने आई तो आरोप लगे कि एक 10 वर्षीय लड़की और उसके परिवार को अन्य वीडियो के साथ एडिट करके टीवी पर दिखाया गया। इसमें इनको केस से जोड़कर दिखाया गया है। ये आरोप भी लगे की उस वीडियो में लड़की और अन्य महिलाओं के चेहरों को बिना ब्लर किये दिखाया जा रहा है।
15 दिसंबर 2013 को लड़की के परिवार ने तीनों न्यूज चैनलों के खिलाफ वीडियो के आदार पर मुकदमा दर्ज कराया था। साल 2020 और 2021 में अदालत ने चार्जशीट में कुल 8 लोगों को आरोपी बनाया। इनमें कुछ अन्य पत्रकारों, एंकरों, प्रोड्यूसरों के साथ दीपक चौरसिया को भी आरोपी बनाया गया था।
बेल बॉन्ड भी रद्द कर दिया
अदालत ने दीपक चौरसिया का बेल बॉन्ड रद्द करते हुए उनके खिलाफ वारंट भी जारी कर दिया। अब इस मामले की सुनवाई 21 नवंबर को होनी है। बहरहाल, मामले को लेकर दीपक चौरसिया की तरफ से अबी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।