Justice DY Chandrachud : सुप्रीम कोर्ट के 50वें सीजेआई बने चंद्रचूड़, इन चुनौतियों से पाना होगा पार

Justice DY Chandrachud: जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ देश के 50वें सीजेआई बन गए हैं। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती देशभर की अदालतों में 4.83 करोड़ पेंडिंग मामलों के निस्तारण का होगा।

Update: 2022-11-09 05:02 GMT

Justice DY Chandrachud : सुप्रीम कोर्ट के 50वें सीजेआई बने चंद्रचूड़, इन चुनौतियों से पाना होगा पार

Justice DY Chandrachud : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ( Draupadi Murmu ) ने राष्ट्रपति भवन में न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित के सेवानिवृति के बाद जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ( Justice DY Chandrachud ) को भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश ( CJI ) के रूप में पद की शपथ ( Oath ) दिलाई। इसके साथ ही वह सुप्रीम कोर्ट ( Supreme court ) के 50वें मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं। कानून मंत्री किरण रिजिजू ने ट्विट कर कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जस्टिस चंद्रचूड़ को देश का अगला सीजेआई नियुक्त किया। साथ ही उन्होंने मुख्य न्यायाधीश ( CJI ) चंद्रचूड़ को बधाई भी दी है। जस्टिस चंद्रचूड़ इस पर पर 10 नवंबर 2024 तक बने रहेंगे।



नवनियुक्त सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ( CJI DY Chandrachud ) के सामने अब पूर्व सीजेआई यूयू ललित द्वारा 74 दिनों के छोटे कार्यकाल के दौरान स्थापित मानदंडों से पार पाने की चुनौती होगी। जस्टिस यूयू ललित ने 74 दिनों के अल्प कार्यकाल के दौरान दस हजार से अधिक मामलों का निस्तारण किया। उन्होंने देश के शीर्ष अदालत में मामलों के त्वरित निस्तारण पर न केवल जोर दिया बल्कि उस पर अमल कर भी दिखाया। उन्होंने पेंडिंग मामलों और ताजा मामलों के निस्तारण में संतुलित स्थापित करते हुए अदालतों में बेहतर कामकाज की दिशा में प्रभावी कदम उठाया था।

इसके अलावा देश भर की अदालतों में 4.83 करोड़े पेंडिंग मामलों समाधान निकालने की चुनौतियां भी पहले दिन से ही मुंह बाये खड़ी है। अकेले सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court ) में ही 72,000 से ज्यादा केस लंबित हैं। देश की अदालत में खाली पड़े जजों के पदों को भरने, कामकाज की शैली में सुधार लाने, अदालती प्रक्रियाओं को सरल बनाने की दिशा में भी काम करना होगा।

सीजेआई चंद्रचूड़ ने 25 अगस्त 2022 को पूणे में इंडियन लॉ सोसाइटी के आईएलएस सेंटर फॉर आर्बिट्रेशन एंड मीडिएशन (ILSCA) का उद्घाटन करने के बाद अपने भाषण में कहा था कि हम सभी अच्छे से जानते हैं कि भारत की अदालतें कितनी ज्यादा बोझिल हैं और कितने ही मामले यहां लंबित हैं। पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च द्वारा की गई एक स्टडी के मुताबिक 2010 से 2020 के बीच सभी अदालतों में लंबित मामलों में सालाना 2.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। पिछले दो सालों में कोरोना महामारी के दौरान सामने आए मामलों ने पहले से लंबित मामलों को खतरनाक दर पर पहुंचा दिया है। तालुका अदालतों में 4.1 करोड़ से ज्यादा मुकदमे लंबित हैं। लगभग 59 लाख मामले अलग-अलग हाईकोर्ट्स में पेंडिंग हैं।

6 साल पहले बने थे सुप्रीम कोर्ट में जज

Justice DY Chandrachud : जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ 13 मई को 2016 को सुप्रीम कोर्ट में बतौर जज शामिल हुए थे। वे पूर्व सीजेआई वाईवी चंद्रचूड़ के बेटे हैं जो देश के सबसे ज्यादा दिनों तक रहने वाले चीफ जस्टिस थे। उनका कार्यकाल 22 फरवरी 1978 से 11 जुलाई 1985 तक रहा था। डीवाई चंद्रचूड़ भी आगामी दो साल तक सीजेआई के पद पर बने रहेंगे। 

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