Kaali Poster Controversy : 'काली' पर भारतीय उच्चायोग का एतराज, कनाडा सरकार से कहा - तुरंत हटाएं पोस्टर
Kaali Poster Controversy : ओटावा में भारत के हाई कमिश्नर ने कनाडा के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि जो भी इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं, उनसे इस तरह की आपत्तिजनक सामग्री को वापस लेने के लिए तुरंत कहा जाए...
Kaali Poster Controversy : पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर मां काली का एक पोस्टर और एक छोटा सा वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है। हिंदू देवी देवताओं की बेअदबी के इस मामले में पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर देश-विदेश में रोष है। इस मामले को लेकर कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त का बयान सामने आया है। बयान में कहा गया है कि कनाडा में हिंदू नेताओं की तरफ से मां काली के अपमान की कई शिकायतें मिली हैं। हमने इस संबंध में कनाडा के अधिकारियों से अपील की है कि वे इस आपत्तिजनक पोस्टर को तुरंत हटाएं।
आपत्तिजनक पोस्टर को तुरंत वापस लेने का अनुरोध
बता दें कि ओटावा में भारत के हाई कमिश्नर ने कनाडा के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि जो भी इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं, उनसे इस तरह की आपत्तिजनक सामग्री को वापस लेने के लिए तुरंत कहा जाए।
कनाडा के अधिकारियों से कार्यवाही करने को कहा गया
दरअसल फिल्म मेकर लीना मणमेकलई की डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली के पोस्टर को लेकर विवाद जारी है। इस पोस्टर में मां काली के हाथ में एलजीबीटी का झंडा है और उन्हें सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है। इस फिल्म के पोस्टर को कनाडा में आयोजित किए गए एक प्रोजेक्ट के तहत प्रदर्शित किया गया है। इस फिल्म के पोस्टर को कनाडा में आयोजित किए गए एक प्रोजेक्ट अंडर द टेंट के तहत प्रदर्शित किया गया है। इस प्रोजेक्ट के टोरंटो के आगा खान म्यूजियम में प्रदर्शित किया गया है। कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त ने बयान में कहा है कि हमारे काउंसुलेट जनरल ने कार्यक्रम के आयोजनकर्ताओं के प्रति हमारी चिंताओं से अवगत करा दिया है। इसके लिए अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।
इन राज्यों में केस लीना मणिमेकलई के खिलाफ केस दर्ज
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार उत्तर प्रदेश पुलिस ने हिंदू देवी देवताओं के अपमानजनक चित्रण के लिए फिल्म काली की निर्माता लीना मणिमेकलाई के खिलाफ आपराधिक साजिश, पूजा स्थल पर अपराध, जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से शांति भंग करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है।
वहीं दिल्ली पुलिस की IFSO इकाई ने काली फिल्म से संबंधित एक विवादास्पद पोस्टर के संबंध में IPC की धारा 153A और 295A के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।