कमल हासन का पीएम मोदी पर हमला-देश की आधी आबादी भूखी, ऐसे वक्त में 1000 करोड़ की नई संसद क्यों?
कमल हासन ने पूछा है कि कोरोना के कारण जब देश की आधी आबादी भूखी है, लोगों की आजीविका का नुकसान हुआ है, इस स्थिति में नए संसद भवन के निर्माण के लिए 1000 करोड़ का खर्च क्यों....
जनज्वार। फिल्मों के सुपरस्टार और मक्कल नीधि माईम के नेता कमल हासन ने नए संसद भवन निर्माण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर सीधा हमला किया है। कमल हासन ने सवाल उठाते हुए पूछा है कि भारत के आधे हिस्से में कोरोना के कारण जब देश की आधी आबादी भूखी है, लोगों की आजीविका का नुकसान हुआ है, इस स्थिति में नए संसद भवन के निर्माण के लिए 1000 करोड़ का खर्च क्यों। इसके साथ ही उन्होंने चीन की महान दीवार के निर्माण का उदाहरण देते हुए तंज भी किया है।
कमल हासन ने ट्वीट कर कहा 'कोरोनावायरस के कारण जब देश की आधी आबादी भूखी है, लोग अजीविका खो रहे हैं, 1000 करोड़ रुपये की नई संसद क्यों? जब चीन की महान दीवार का निर्माण किया जा रहा था तो हजारों लोगों की मौत हुई थी, उस समय शासकों ने कहा कि यह लोगों की रक्षा के लिए है। किसकी रक्षा के लिए आप 1,000 करोड़ रुपये की संसद का निर्माण कर रहे हैं? मेरे माननीय निर्वाचित प्रधानमंत्री जवाब दें।'
बता दें कि कोरोना काल के लंबे लॉकडाउन के समय से ही देश में आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है और भारत की जीडीपी में भी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। अर्थशास्त्री अनुमान लगा रहे हैं कि भारत की जीडीपी को इस मंदी से उबरकर वापस पहले जैसी स्थिति में आने में एक लंबा दौर लग सकता है। अभी यह भी गारंटी से नहीं कहा जा सकता कि ऐसा कब होगा।
लॉकडाउन के दौरान देश में बड़ी संख्या में उद्योग-धंधे बंद हुए, छोटे-बड़े व्यवसायी कर्ज के बोझ तले दब गए। लोगों की नौकरियां गईं और बड़ी संख्या में लोग अब भी बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। इसी दौर की याद दिलाते हुए कमल हासन ने रविवार को निशाना साधा है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री बीते गुरुवार को ही नए संसद भवन की नींव रखी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का भूमि पूजन किया था। बताया गया है कि इस चार मंजिला नए संसद भवन के निर्माण में 971 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत खर्च होगी। संसद भवन 64500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में फैला होगा। प्लान किया गया है कि नया संसद भवन भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ यानी साल 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
बताया जाता है कि नए संसद भवन को हर तरह से अत्याधुनिक डिजिटल सुविधाओं और डाटा नेटवर्क प्रणालियों से सुसज्जित किया जाएगा। साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि निर्माण कार्य के दौरान संसद के सत्रों के आयोजन में कम से कम व्यवधान हो और पर्यावरण संबंधी सभी सुरक्षा उपायों का पालन किया जाए।
लोकसभा सचिवालय द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी। संयुक्त सत्र के दौरान इसमें 1224 सदस्यों के बैठने की भी व्यवस्था होगी। इसी प्रकार, राज्यसभा कक्ष में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी।