Kangana Ranaut के बयान पर अब कानूनी जंग, प्रीति मेनन ने 'भीख' वाले बयान पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने और पद्म श्री वापस लेने की मांग की
कंगना रनौत का बयान एक सियासी और कानूनी विवाद में तब्दील हो गया है। बड़े पैमाने पर विरोध के बावजूद कंगना अपना बयान वापस लेने को तैयार नहीं है। वह अपने स्टैंड पर कायम हैं। विरोध का दायरा सोशल मीडिया पर आक्रोश जताने से आगे देशद्रोह की कार्रवाई की मांग तक पहुंच गया है।
नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ( Kangana Ranaut ) के असली आजादी वाले बयान पर सियासी रार बढ़ता जा रहा है। यह मामला अब कानूनी जांग में तब्दील हो गया है। आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रीति मेनन ( Preeti Menon ) ने मुंबई में कंगना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कंगना की टिप्पणी को देशद्रोह ( Sedition Case ) बताते हुए मुंबई पुलिस से उनके खिलाफ एफआईआर ( FIR ) दर्ज करने की मांग की है।एफआईआर दर्ज करने की मांग के कुछ घंटों के बाद एक अन्य ट्विट में प्रीति मेनन ने केंद्र सरकार से एक पत्र के जरिए कंगना रनौत के #PadmaShri पुरस्कार को उनके देशद्रोही बयान के आलोक में वापस लेने की मांग की है।
आम आदमी पार्टी नेता प्रीति शर्मा मेनन ने ट्विटर पर बताया कि उन्होंने मुंबई पुलिस के सामने एक शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें पुलिस से कंगना रनौत पर उनके देशद्रोही और भड़काऊ बयानों के लिए कार्रवाई का अनुरोध किया है। कंगना के खिलाफ देशद्रोह की धारा 124ए, 504 और 505 के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग प्रीति ने की है। उन्होंने सीपी मुंबई और डीजीपी महाराष्ट्र को टैक करते हुए लिखा है कि उम्मीद है आप एफआईआर दर्ज करेंगे। कंगना के इस बयान के लिए बीजेपी के वरूण गांधी ने भी उनकी आलोचना की और इसे देश विरोधी बताया। गांधी के अलावा कांग्रेस और शिवसेना की तरफ से भी कड़ी प्रतिक्रिया आई है।
कंगना ने 1947 में मिली आजादी को बताया था 'भीख'
दरअसल,बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने हाल ही में टीवी चैनल टाइम्स नाउ के एक कार्यक्रम में कहा कि 1947 में भारत को मिली आजादी तो दरअसल एक भीख थी। देश तो आजाद 2014 में हुआ है। उनके इस बयान को लेकर सबस पहले वरुण गांधी ने सख्त नाराजगी जताई थी। अब उनके बयान का कई सियासी दलों, सामाजिक संगठनों, फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों, लेखकों ने कड़ी सख्त आपतित दर्ज कराई है। इसे तमाम लोगो ने आजादी के आंदोलन और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान कहा है। शिकायत दर्ज कराने वालों में अधिकांश लोग भाजपा विरोध है।
वरुण गांधी : इसे पागलपन समझूं या देशद्रोह?
भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने कंगना के बयान की सख्त आलोचना करते हुए कहा था कि आपके इस बयान को पागलपन समझूं या देशद्रोह। उसके बाद कांग्रेस, शिवसेना, आम आदमी पार्टी जैसे दलों ने कड़ा एतराज जताया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने भी इसको आपत्तिजनक कहा है। वरुण गांधी ने कंगना रनौत के बयान की वीडियो की क्लीप को ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा है कि पहले महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार। इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?
भड़के जीतन राम मांझी
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान (Kangana Ranaut controversy) कि देश की आजादी भीख में मिली थी, पर बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Jitanram Manjhi) भड़क गए हैं। मांझी ने कंगना पर लानत भेजते हुए उनके इस तरह के बयान के बाद सरकार से उनको दिए गए पद्म श्री (Padmashri) को वापस लेने की मांग की है। साथ ही कहा है कि ऐसे शो को लेकर टाइम्स नाउ चैनल भी माफी मांगे।