Kanpur News Update : दारू-मुर्गा पार्टी करने गये दरोगा की शह में हुआ खूनी तांडव, न आते पड़ोसी तो बिछ जाती लाशें, 5 घायल 4 लाइन हाजिर
कानपुर में सोमवार को फिर से एक बार पुलिस-अपराधी सांठगांठ सामने आया है। बिकरू नरसंहार के बाद भी पुलिस ने अपराधियों का साथ नहीं छोड़ा और ना ही इससे कुछ सीखा ही..
Kanpur News Update (जनज्वार) : कानपुर के चौबेपुर स्थित पनऊपुरवा गांव में दबंगों के घर दारू-मुर्गा पार्टी करने पहुँचे दरोगा की शह पर ही खूनी तांडव मचाया गया। दबंगों द्वारा पुलिस को घर बुलाकर पार्टी करने का मकसद ही यही था की घर के सामने रह रहे अनुसूचित जाति के परिवार को पुरानी रंजिश के चलते निपटाने की योजना थी।
दरोगा को मयफोर्स घर बुलाकर पार्टी के दौरान घर पर धावा बोलकर 58 वर्षीय बुजुर्ग आनंद कुरील को मौत के घाट उतार दिया गया। वारदात के समय मौजूद दो दरोगा व दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इस मामले में चारों पुलिसवालों सहित दस नामजद व चार अज्ञात के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, बलवा व अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
दरवाजे चीरकर घर में घुसे थे दबंग
पुलिस की शह पाकर दबंगों ने एक घंटे तक बवाल किया। इस दौरान हमलावर धारदार हथियारों से लैश होकर बुजुर्ग के घर का दरवाजा चीरकर अंदर दाखिल हुए थे। आरोपियों ने घर की महिलाओं तक को नहीं छोड़ा। आरोपी जब आनंद पर चापड़ व कुल्हाड़ी से वार कर रहे थे, घर की महिलाएं न मारने की गुहार लगा रही थीं। लेकिन दबंगों ने औरतों को भी लाठी-डंडों से पीटा। वहीं, पुलिस के अधिकारी 14 घंटे बाद घटनास्थल पर पहुँचे।
बिकरू कांड के बाद भी नहीं टूटा पुलिस-अपराधी गठजोड़
कानपुर का बहुचर्चित बिकरू कांड, जिसमें विकास दुबे ने 8 पुलिसवालों को मौत की नींद सुला दिया था। इस कांड में पुलिस अपराधी गठजोड़ खुलकर सामने आया था। सोमवार को फिर से एक बार पुलिस अपराधी सांठगांठ सामने आया है। बिकरू नरसंहार के बाद भी पुलिस ने अपराधियों का साथ नहीं छोड़ा और ना ही इससे कुछ सीखा ही।
खफा विधायक के पीछे-पीछे दौड़ते रहे एसपी
बिल्हौर विधायक भगवती सागर इस कांड के बाद पुलिस की कार्यशैली पर बेहद खफा दिखे। विधायक के पीछे-पीछे भागते एसपी आऊटर अष्टभुजा प्रसाद का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में विधायक सख्त कार्रवाई से नीचे कुछ भी न चाहने की बात करते सुने जा रहे हैं। वहीं एसपी उनको मनाने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। विधायक धरने पर बैठ गये। उनका आरोप था की पुलिस ने हत्या करवा दी और हत्या के बाद भी आरोपियों का साथ दे रही है।