Journalist Digvijay Singh : कौन हैं DM-SP मुर्दाबाद के नारे लगाने वाले दिग्विजय सिंह, गिरफ्तारी पर उनकी हिम्मत की हो रही चर्चा
Journalist Digvijay Singh : पेपर लीक का खुलासा करने पर पत्रकार दिग्विजय सिंह व उनके दो साथियों अजीत ओझा और मनोज गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है....
Journalist Digvijay Singh : पुलिस बल के सामने एसपी और बलिया डीएम (Ballia DM) मुर्दाबाद लगाते हुए एक शख्स का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वह बलिया डीएम को नकलखोर भी बता रहा है। यह शख्स कोई और नहीं बल्कि बलिया के पत्रकार दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) हैं। दिग्विजय सिंह ने हाल ही में पेपर लीक की खबर को प्रकाशित किया था। उन्हें और उनके दो अन्य साथियों को बलिया पुलिस (Ballia Police) ने गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल सोशल मीडिया पर उनके साहस की सराहना हो रही है।
लेकिन इतनी ईमानदारी और हिम्मत का परिचय देने वाले पत्रकार दिग्विजय सिंह को गिरफ्तार को क्यों कर लिया गया? और ये नौबत क्यों आ गई कि पत्रकार को प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने पड़े। इस पूरी घटना के पीछे कहानी क्या है? आइए जानते हैं-
बुधवार, 30 मार्च 2022 को खबर आयी कि उत्तर प्रदेश बोर्ड में कक्षा 12वीं का अंग्रेजी विषय का पेपर लीक हो गया है, ये सुनते ही प्रशासन हरकत में आया और तुरंत परीक्षा रद्द कर दी गई। पेपर लीक की इस खबर को दिग्विजय सिंह और अमर उजाला में उनके साथी पत्रकार अजीत कुमार ओझा ने ही आउट किया था।
दिग्विजय सिंह ने बताया कि बलिया जिले के रगरा, भीलपुरा और भीलतरा क्षेत्र के परीक्षा केंद्रों में लगातार नकल करवायी जा रही है। इस कड़ी में उन्होंने सबसे पहले हाईस्कूल के संस्कृत विषय के पेपर लीक होने की खबर प्रकाशित की और अगले ही दिन उनको अंग्रेजी विषय के पेपर लीक की सूचना मिली जिसके बाद उन्होंने इसे भी प्रमुखता के साथ प्रकाशित कर प्रशासन के इंतजामों की पोल खोल दी।
लेकिन प्रशासन की कार्य कुशलता देखिए जिसने नकल माफियायों को छोड़कर उस पत्रकार को पकड़ना ज्यादा जरुरी समझ लिया जिसने पेपर लीक की खबर प्रकाशित की थी। बलिया पुलिस ने पत्रकार दिग्विजय सिंह और अजीत कुमार ओझा को सिर्फ इसलिए गिरफ्तार कर लिया, ताकि वो ये जान सके कि इन पत्रकारों को पेपर लीक की सूचना कहां से मिली।
पत्रकार दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस बल द्वारा उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है। पुलिस बल द्वारा उन पर लगातार सूत्रों के नाम सार्वजनिक करने का दबाव बनाया जा रहा है।
हालांकि दिग्विजय सिंह ने भी प्रशासन की फरमानी का विरोध करते हुए ये साफ कर दिया है वो पुलिस से नहीं डरने वाले हैं। दिग्विजय सिंह की इस हिम्मत की सराहना देशभर में की जा रही है। कई पत्रकारों ने दिग्विजय सिंह का समर्थन करते हुए ट्वीट भी किया है। अबतक दूसरों की खबर को कवर करने वाले दिग्विजय सिंह आज खुद खबर बन चुके हैं। फिलहाल पेपर लीक मामले का असली सच जानने के लिए पुलिस की पूरी रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ेगा।