कर्नाटक के कानून मंत्री मीटिंग के दौरान अफसरों को गाली देते कैमरे में हुए कैद
इससे पहले कर्नाटक के कानून मंत्री जेसी मधुस्वामी ने मई 2020 में कोलार में झील के अतिक्रमण के बारे में सवाल करने वाली एक महिला को गाली देकर विवाद खड़ा कर दिया था।
बेंगलुरु। कर्नाटक के कानून मंत्री जेसी मधुस्वामी गुरुवार को अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार करते व गालियां देते हुए कैमरे में कैद हो गए। वे अधिकारियों को बदमाश व अन्य अपशब्द बोलते हुए कैमरे में कैद किए गए। इस घटना के साझा किए जा रहे एक वीडियो में अगर वे अच्छे से अपना काम नहीं करेंगे तो वे उन्हें लात से मारेंगे। यह घटना तुमरुख में घटी जहां मधुस्वामी गुरुवार को कर्नाटक डेवलपमेंट प्रोग्राम की गुरुवार को एक बैठक संबोधित कर रहे थे।
वीडियो में मंत्री को यह कहते सुना जा रहा हैं: अगर मैं तुम्हें लात मारूंगा तो क्या तुम जानते हो कि तुम कहाँ गिरोगे? बदमाश, क्या मैं यहाँ गधों को पालता हूं। वे कहते हैं: मैंने तुमसे क्या कहा था, तुमने कुछ नहीं किया। तुमने ऐसा क्यों नहीं किया? वे यह भी कहते हैं कि तुम अपनी पत्नी के कपड़े धोने के लिए कौन सा साबुन खरीदते हो? बदमाश, तुमने क्या सोचा है? पिछली बार मैंने तुम्हें काम खत्म करने के लिए कहा था। इसे पूरा क्यों नहीं किया गया?
वे यह भी कहते हैं, कृपया एक संकल्प लिखें। इन सभी साथियों को निलंबित करें और उन्हें निलंबित रखें। उन्हें तुमकुर के लोगों को निलंबित करने के लिए कहें। वीडियो में मंत्री यह आरोप लगाते हुए कह रहे हैं कि इंजीनियरिंग विभाग अपना काम अच्छी तरह से नहीं कर रहा है और अगर वे अच्छे से अपना काम नहीं करते हैं तो वे उनका काम दूसरे विभाग में स्थानांतरित कर देंगे। कर्नाटक डेवलपमेंट प्र्रोग्राम की बैठक के दौरान मधुस्वामी यह सवाल कर रहे थे कि विभाग अच्छा प्रदर्शन क्यों नहीं कर रहा है?
यह पहली बार नहीं है जब मंत्री ने मौखिक रूप से लोगों को गाली देकर विवाद को हवा दी है। मई 2020 में, एक वीडियो वायरल हुआ था, जब मधुस्वामी कोलार की एक झील पर गए थे। वहां एक महिला उनके पास आयी थी और उनके सामने आरोप लगाया कि झील का कथित रूप से अतिक्रमण किया गया है, जिस पर मंत्री ने जवाब दिया: ऐ, अपना मुंह बंद करो बदमाश।
कई लोगों ने मंत्री की निंदा करते हुए वीडियो को ऑनलाइन साझा किया। विपक्षी नेता के सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को कैबिनेट से मधुस्वामी को बाहर करने को कहा था। हालांकि यह पहली बार नहीं था जब कैबिनेट से उन्हें हटाने को कहा गया था। नवंबर 2019 में, जब वह तुमकुरु के चिकनक्याकन्नहल्ली के विधायक थे, उस समय कुरुबा समुदाय के सदस्यों ने गुस्से में तब प्रतिक्रिया व्यक्त की जब उन्होंने हुलियार में एक सर्कल से कनकदासा नाम को कथित रूप से हटा दिया। हालांकि तब मधुस्वामी से बीएस येदियुरप्पा ने माफी मांगने का आग्रह किया था, लेकिन उन्होंने जनता के सामने ऐसा करने से इनकार कर दिया।
(द न्यूज मिनट्स से साभार अनुदित)