बाघमारा को गैंग्स आफ वासेपुर बनाने वाला कारू यादव गिरफ्तार, बमबारी कांड से दहला दिया था झारखंड !
9 जनवरी का दिन झारखंड की जनता नहीं भूल पायेगी, जबकि मधुबन थाना क्षेत्र के हिल टॉप आउटसोर्सिंग में रैयत और कंपनी प्रबंधन के गुर्गों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें गोलीबारी, बमबाजी और पथराव की घटनाएं हुई थीं औरगिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के कार्यालय में आग लगा दी गई थी। यानी ऐसा लग रहा था जैसे यहां गैंग्स आफ वासेपुर फिल्म क शूटिंग चल रही हो...
Baghmara Kand main accuse Karu Yadav Arrest : कारु यादव का नाम पिछले कई दिनों से झारखंड में चर्चा का केंद्र बना हुआ है, कारण है बाघमारा कांड, जिसमें उसने ऐसी दहशत फैलायी कि गैंग्स आफ वासेपुर फिल्म याद आ गयी। जी हां, धनबाद-मधुबन थाना क्षेत्र के खरखरी जंगल में निजी कंपनी हिलटॉप की चहारदीवारी निर्माण के दौरान हुए खूनी संघर्ष का मुख्य आरोपी कारू यादव है, जिसे आज ने पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी बिहार के जमुई से की गयी है, जहां वह अपने एक रिश्तेदार के घर पर छुपा हुआ था।
जमुई से पुलिस उसे लेकर धनबाद पहुंची, जहां उससे बाघमारा बमबारी कांड पर पूछताछ की गयी। खरखरी जंगल में निजी कंपनी हिलटॉप की चहारदीवारी निर्माण के दौरान इसी महीने 9 जनवरी को सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और कारू यादव के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें बीच बचाव करने पहुंचे बाघमारा एसडीपीओ पुरुषोत्तम कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गये और उनका इलाज अभी भी दुर्गापुर के मिशन अस्पताल में चल रहा है।
कारू यादव को मिलाकर बाघमारा बमबारी कांड में शामिल सात आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी के निर्देश पर गठित एसआईटी की टीम ने ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी के नेतृत्व में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी कारू यादव का छोटा भाई वीरेंद्र यादव उर्फ बिल्ला भी शामिल है।
गिरफ्तारी के बाद कारू यादव के भाई वीरेंद्र यादव ने जो सच उगला, उसके बाद पुलिस ने खरखरी में कारू यादव की बाजार में स्थित एक दुकान से 7.65 एमएम की देसी पिस्टल, 7.65 एमएम के पांच जिंदा कारतूस, एक जिंदा सुतली बम व तीन मोबाइल बरामद किये हैं।
मीडिया को दिये गये बयान में ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी ने बताया कि बाघमारा हिंसक झड़प की घटना में आरोपियों द्वारा बरामद किये गये अवैध हथियार और मोबाइल का इस्तेमाल किया गया था। मुख्य आरोपी कारू यादव के भाई वीरेंद्र यादव उर्फ बिल्ला की निशानदेही पर पुलिस ने खरखरी स्थित मार्केट की एक दुकान में छापेमारी की। यह दुकान राम लखन महतो उर्फ राम महतो के नाम पर है।
कारू यादव की दुकान से देशी पिस्टल, कारतूस समेत विस्फोटक बरामद होने के बाद पुलिस ने मधुबन थाना में आर्म्स एक्ट और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत उसके खिलाफ दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की। अब तक बाघमारा बमबारी कांड मामले में पुलिस की ओर से कुल 10 प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है और दर्जनभर से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है।
कारू यादव के गिरफ्तार साथियों में महेश कर्मकार धर्माबांध बस्ती, रवि विश्वकर्मा खरखरी, अजय पासवान सेनीडीह, राम लखन महतो उर्फ राम महतो खरखरी, शशि कुमार पासवान कोठीटांड, गोमिया, अधिक यादव इस्लाम नगर (अलीगंज) जमुई और वीरेंद्र यादव उर्फ बिल्ला आशाकोठी खटाल शामिल हैं।
पुलिस ने कारू यादव के खासमखास माने जाने वाले बजरंगी को भी गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले पुलिस ने इस मामले में दर्जनभर से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस मामले में कुल 9 प्राथमिकी दर्ज की गई है और 100 से अधिक नामजद आरोपी बनाए गए हैं।
9 जनवरी का दिन झारखंड की जनता नहीं भूल पायेगी, जबकि मधुबन थाना क्षेत्र के हिल टॉप आउटसोर्सिंग में रैयत और कंपनी प्रबंधन के गुर्गों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें गोलीबारी, बमबाजी और पथराव की घटनाएं हुई थीं औरगिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के कार्यालय में आग लगा दी गई थी। यानी ऐसा लग रहा था जैसे यहां गैंग्स आफ वासेपुर फिल्म क शूटिंग चल रही हो।
बमबारी कांड के बाद जब बाघमारा एसडीपीओ पुरुषोत्तम कुमार सिंह टीम लेकर बमबारी के मास्टरमाइंड कारू यादव को गिरफ्तार करने पहुंचे तो उसके समर्थकों ने पुलिस पर बमबारी, पथराव कर दिया। हमले में बाघमारा एसडीपीओ पुरुषोत्तम कुमार गंभीर रूप से घायल हो गये, जिनकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई और उनका इलाज दुर्गापुर मिशन अस्पताल में चल रहा है।