Kisan Andolan : किसानों के आगे झुकी मोदी सरकार, मांगी माफी और वापस लिए तीनों कृषि कानून

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि हमारी सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला करती है।

Update: 2021-11-19 03:55 GMT

पीएम मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घा​टन किया। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि हमारी सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला करती है। पीएम के इस फैसले को कृषि सुधारों की दिशा में सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है। पंजाब के किसानों ने पीएम के फैसले पर खुशी जताई है। साथ ही कहा है कि इसका किसानों के बीच अच्छा संकेत जाएगा।

पीएम ने किसानों से मांगी माफी, कहा - किसानों को समझने में भूल हुई

पीएम मोदी ने किसानों से माफी भी मांगी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने कृषि कानूनों को लेकर किसानों को समझाने का भरसक प्रयास किया लेकिन हम उन्हें समझाने में विफल रहे। इसलिए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है। 

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अपने घर वापस लौटें किसान

प्रकाश पर्व के अवसर पर बीते एक साल से किसानों के आंदोलन को देखते हुए सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है। देश के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने किसानों से अब घर लौटने की अपील करते हुए कहा कि इसकी प्रक्रिया शीतकालीन सत्र में शुरू हो जाएगी। पीएम के इस ऐलान को उत्तर प्रदेश, पंजाब सहित पांच राज्यों में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के मद्देनज उठाया गया कदम माना जा रहा है। जानकारों का कहना है कि केंद्र सरकार ने सियासी समझदारी का परिचय देते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है।

हमारी तपस्या में कमी रही होगी

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी तपस्या में ही कमी रही होगी, जिसकी वजह से हम कुछ किसानों को नहीं समझा पाए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले पांच दशक के अपने सार्वजनिक जीवन में मैंने किसानों की मुश्किलों, चुनौतियों को बहुत करीब से अनुभव किया है। कृषि कानूनों के संदर्भ में पीएम मोदी ने कहा कि बरसों से ये मांग देश के किसान, देश के कृषि विशेषज्ञ, देश के किसान संगठन लगातार कर रहे थे। पहले भी कई सरकारों ने इस पर मंथन किया था। इस बार भी संसद में चर्चा हुई, मंथन हुआ और ये कानून लाए गए।

हमारा मकसद किसानों की स्थिति में सुधार करना था

किसानों की स्थिति को सुधारने के मकसद से देश में तीन कृषि कानून लाए गए थे। मकसद ये था कि देश के किसानों को, खासकर छोटे किसानों को, और ताकत मिले, उन्हें अपनी उपज की सही कीमत और उपज बेचने के लिए ज्यादा से ज्यादा विकल्प मिले। लेकिन इतनी पवित्र बात, पूर्ण रूप से शुद्ध, किसानों के हित की बात, हम अपने प्रयासों के बावजूद कुछ किसानों को समझा नहीं पाए। कृषि अर्थशास्त्रियों ने, वैज्ञानिकों ने, प्रगतिशील किसानों ने भी उन्हें कृषि कानूनों के महत्व को समझाने का भरपूर प्रयास किया।

टूट गया मोदी का अभिमान


कांग्रेस पार्टी ने पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद ताजा ट्विट में बताया है कि मोदी सकरार का अभिमान टूट गया। अपने हितों की लड़ाई में मेरे देश को किसान जीत गया है। 

​किसानों जताई खुशी

पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद से पंजाब सहित अधिकांश किसान संगठनों से खुशी जाहिर की है। हालांकि, कुछ किसान नेताओं का कहना है कि जब तक मोदी सरकार संसद से तीनों कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक हम लोग धरने पर बैठे रहेंगे। मोदी सरकार ने ​किसानों को बहुत दुख दर्द दिया है। हम इसे भूल नहीं सकते।

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