Lady Teachers Dance: सपना चौधरी के गानों पर क्लास में ही डांस करने लगीं शिक्षिकाएं, वीडियो हो गया वायरल तो हुईं सस्पेंड
Lady Teachers Dance: हरियाणवी सिंगर सपना चौधरी के गानों पर सरकारी स्कूल में डांस करना टीचर्स को महंगा पड़ गया है, डांस का वीडियो सोशल मीडिया पर पांचों महिला शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है..
Lady Teacher Dance: (जनज्वार)। हरियाणवी सिंगर सपना चौधरी (Sapna Chaudhary) के गानों पर सरकारी स्कूल (Government School) में डांस करना टीचर्स को महंगा पड़ गया है। डांस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के चार दिन बाद शनिवार को पांचों महिला शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है।
वीडियो वायरल होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग (Basic Education Department) ने मामले को गंभीरता से लिया। शिक्षिकाओं की इस हरकत से ग्रामीणों में भी रोष था। वे बच्चों को स्कूल भी नहीं भेज रहे थे। इसके बाद शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए सभी को निलंबित कर दिया है।
मामला उत्तरप्रदेश (Uttarpradesh) के आगरा के परिषदीय विद्यालय का है। यह सरकारी स्कूल है। इस विद्यालय की कक्षा में फिल्मी और सपना चौधरी के वीडियो एल्बम के गानों पर ठुमके लगाने वाली महिला शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई हुई है। प्रभारी जिला बेसिक शिक्षाधिकारी (BSA) ने मामले में पांच महिला शिक्षकों को शिक्षक पद की मर्यादा व विभागीय गरिमा धूमिल करने का दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया है।
वैसे घटना कई महीने पहले की है लेकिन इसका वीडियो कुछ दिन पहले वायरल (Vedeo Viral) हुआ है। वायरल वीडियो में शिक्षिकाएं सपना चौधरी के गानों पर ठुमके लगाती नजर आ रहीं हैं। वीडियो वायरल होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने मामले को गंभीरता से लिया। शिक्षिकाओं की इस हरकत से ग्रामीणों (Villagers) में भी रोष था। उन्होंने बच्चों को स्कूल भी नहीं भेजा।
शिक्षिकाओं के वीडियो की जांच कराई गई। साथ ही शिक्षिकाओं और प्रधानाध्यापक (Headmaster) को स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए थे। प्रधानाध्यापक दिनेश परिहार ने बताया कि ये वीडियो 17 मार्च का है। उस दिन प्रधानाध्यापक बीआरसी पर शैक्षिक संगोष्ठी में भाग लेने के लिए गए थे। उन्हें इस नृत्य कार्यक्रम की पूर्व में जानकारी नहीं थी।
प्रभारी बीएसए बृजराज सिंह ने बताया कि गुरुवार को अछनेरा ब्लाक (Achhnera Block) के प्राथमिक विद्यालय साधन की महिला शिक्षकों द्वारा कक्षा में डांस करते हुए कई वीडियो वायरल हुए थे। मामले में खंड शिक्षाधिकारी (DM) ने आरोपित महिला शिक्षकों व विद्यालय प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा था। पांच से चार महिला शिक्षकों ने सामूहिक स्पष्टीकरण दिया कि उक्त आयोजन 17 मार्च को बाल सभा व आनलाइन क्लास के लिए हुआ था।
लेकिन जवाब संतोषजनक नहीं था। इसलिए सहायक अध्यापक रश्मि सिसौदिया, अंजली यादव, सुमन कुमारी, पूजारानी और जीविका कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में रश्मि सिसौदिया को ब्लाक संसाधन केंद्र (बीआरसी) फतेहपुरसीकरी, जीविका कुमारी को बीआरसी शमसाबाद, सुमन कुमारी को बीआरसी बरौली अहीर, अंजली यादव को बीआरसी खंदौली व सुधारानी को बीआरसी एत्मादपुर से संबद्ध किया है।
प्रकरण की जांच तीन सदस्यीय कमेटी करेगी, जिसमें खंड शिक्षाधिकारी (बीईओ) बरौली अहीर वीरेश कुमार, बीईओ फतेहाबाद विरेंद्र कुमार शर्मा व परियोजना अधिकारी सर्व शिक्षा अभियान कल्पना श्रीवास्तव शामिल है, कमेटी तीन में रिपोर्ट देंगी।
पांचों महिला शिक्षकों को शिक्षक पद की मर्यादा व विभागीय छवि धूमिल करने, पदीय दायित्वों में घोर लापरवाही बरतने, शिक्षण अवधि में विद्यालय में गैर शैक्षिक गीतों पर अनैतिक आचरण करने, सरकारी कर्मचारी नियमावली, शिक्षा का अधिकार अधिनियम व उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना व उल्लंघन का दोषी पाया गया है।