Lakhimpur Kheri Violence : लखीमपुर हिंसा के अहम गवाह और BKU नेता पर जानलेवा हमला, बदमाशों ने की ताबड़तोड़ फायरिंग

Lakhimpur Kheri Violence : लखीमपुर तिकुनिया कांड के अहम गवाह और भारतीय किसान यूनियन (BKU) के जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह (Dilbagh Singh) अपनी कार से जा रहे थे, तभी उनकी कार पर बाइक सवार बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग की और फिर भाग निकले...

Update: 2022-06-01 08:14 GMT

Lakhimpur Kheri Violence : लखीमपुर खीरी हिंसा के अहम गवाह BKU नेता ने खुद कराया था हमला, संदिग्धों का दावा, ये थी वजह

Lakhimpur Kheri Violence : लखीमपुर तिकुनिया कांड (Lakhimpur Kheri Violence) के अहम गवाह और भारतीय किसान यूनियन (BKU) के जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह (Dilbagh Singh) पर बीते मंगलवार रात जानलेवा हमला हुआ है। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह अपनी कार से जा रहे थे, तभी उनकी कार पर बाइक सवार बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग की और फिर भाग निकले। हालांकि, इस फायरिंग में दिलबाग सिंह को नुकसान नहीं पहुंचा। बता दें कि, इस मामले से जुड़े दो अन्य गवाहों पर भी हमला हो चुका है।

अलीगंज के पास की गई ताबड़तोड़ फायरिंग

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीकेयू जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह अपनी कार से लखीमपुर से गोला की ओर जा रहे थे। मंगलवार रात पर 10 बजे जैसे ही उनकी गाड़ी अलीगंज के पास पहुंची, तभी अज्ञात हमलावरों ने कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस जानलेवा हमले में दिलबाग सिंह बाल-बाल बच गए।

दिलबाग सिंह ने थाने में दर्ज कराया केस

दिलबाग सिंह ने इस मामले में गोला थाने में केस दर्ज कराया है। हालांकि उन्होंने किसी पर संदेह नहीं जताया है। दिलबाग सिंह ने अपनी शिकायत में बताया है कि वह करीब 08:30 बजे अपने घर मूडा सवारन के लिए निकले थे। फिर बाद में वह अपने दो साथियों के साथ एक काम के सिलसिले में अलीगंज की तरफ गए थे। दिलबाग ने बताया कि अलीगंज से लौटते वक्त उन्होंने अपने दोनों साथियों को उनके गांव भदेड में उतार दिया। इसके बाद जैसे ही वह अपने घर रहीम नगर के लिए निकले कि रास्ते में मूडा सवारन के पास अज्ञात बदमाशों ने पूछे से उनकी गाड़ी पर हमला किया।

फायरिंग में बाल-बाल बचे दिलबाग सिंह

वहीं दिलबाग सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि इस हमले में उनकी गाडी का पिछले पहिया पंचर हो गया। जिससे गाड़ी कुछ दूर जाकर रुक गई। ऐसे में वह बदमाश फिर से वापस आये और ड्राइवर की तरफ से गेट खोलने का प्रयास किया। जब वह इस काम में असफल रहे तो उन्होंने जान से मारने की नियत से उनकी तरफ दो फायर किये, जिसमें वह बाल-बाल बच गए। बता दें कि, दिलबाग सिंह लखीमपुर तिकुनिया कांड के अहम गवाह हैं।

लखीमपुर हिंसा के 2 गवाहों पर हो चुका है जानलेवा हमला

बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह के पहले भी इस कांड से जुड़े दो अन्य गवाहों पर भी जानलेवा हमला हो चुका है। निघासन इलाके के कुल्हौरी गांव के रहने वाले किसान दिलजोत सिंह भी तिकुनिया कांड के गवाह हैं। उन पर भी बीते 10 मार्च की देर शाम कहासुनी के बाद हमला किया गया था। जिसमें उन्होंने दो नामजद सहित कई लोगों पर केस दर्ज किया था।

वहीं लखीमपुर कांड में दूसरे गवाह हरदीप सिंह पर भी हमला हुआ था। भुकसौरा के रहने वाले हरदीप सिंह बीते 10 अप्रैल की शाम 7 बजे अपने दोस्त के साथ गुरूद्वारे से लौट रहे थे। तभी उन पर हमला किया गया था। हरदीप ने आरोप लगाया था कि कुछ लोगों ने बन्दूक की बट से उनके चेहरे पर वार किया था। इस घटना में हमलावर भाग गए थे। जिसके बाद पुलिस ने दो नामजद लोगों के साथ तीन अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। 


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