Lakhimpur Kheri : दैनिक जागरण के खाते में गई बदनामी तो योगी सरकार ने घायलों-मृतकों को मुआवजे का किया एलान

Lakhimpur Kheri : राज्य की योगी सरकार सभी घायलों को 10 लाख रुपये दिए जाने का एलान किया है। किसानों की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। इसके अलावा मामले में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जांच करेंगे...

Update: 2021-10-04 08:38 GMT

(लखीमपुर की कवरेज के बाद जागरण की प्रतियां जलाई जा रहीं)

Lakhimpur Khiri (जनज्वार) : लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद गोदी मीडिया भी चर्चा में है। खासकर दैनिक जागरण। लेकिन इससे पहले आपको बता दें कि, एडीजी लॉ एण्ड आर्डर प्रशांत कुमार ने, रविवार लखीमपुर खीरी में मारे गए 4 किसानों के परिवारों को सरकार की तरफ से 45 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।

इसके अलावा राज्य की योगी सरकार सभी घायलों को 10 लाख रुपये दिए जाने का एलान किया है। किसानों की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। इसके अलावा मामले में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जांच करेंगे। सरकार ने भले ही चुनाव को देखते हुए लेकिन अहम फैसला लिया है।

वहीं, दैनिक जागरण की कवरेज को लेकर लोग सेल्फी लेकर उसकी प्रतियां जला रहे हैं। यहां तक की ट्वीटर पर ट्रेंड कर रहा है दैनिक जागरण दल्ला है। इस तरह की इज्जत आज तक शायद ही किसी अखबार को मिली हो जितनी जागरण को मिली है। बताते चलें कि दैनिक जागरण अखबार ने लखीमपुर खीरी कांड को 'दुर्घटना' बताते हुए किसानों को उपद्रवी लिखा है।

गौरतलब है कि, लखीमपुर में गांधी जयंती के एक दिन बाद रविवार 3 अक्टूबर को केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कथित तौर पर वाहन चढ़ा दिया। ये किसान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का विरोध कर रहे थे। घटना के दौरान आठ किसानों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक आठ लोगों की मौत हुई है जिसमें चार किसान शामिल थे बाकि 4 वो थे जो गाड़ी में सवार थे।    

दैनिक जागरण के लखीमपुर खीरी संस्करण में आज फ्रंट पेज पर इस घटना की खबर प्रकाशित की गई है। खबर में अखबार किसानों को अराजक बताता है। खबर का शीर्षक दिया गया है- ''लखीमपुर में अराजक किसानों का उपद्रह, छह की मौत।" खबर में लिखा है- "महीनों से दिल्ली में जारी किसान आंदोलन की आग आखिरकार उत्तर प्रदेश आ पहुंची।

लगभग एक से डेढ़ हफ्ते पहले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और खीरी के सांसद अजय मिश्र टेनी के एक बयान से नाराज प्रदर्शनकारी किसानों ने रविवार को मंत्री समर्थकों की गाड़ियों को सड़क पर रोककर पथराव किया और आग लगा दी। इसी बीच बेकाबू वाहन किसानों पर जा चढ़ा। इसमें चार किसानों की मौत हो गई जबकि घटना से आगबबूला किसानों के हमले में दो भाजपा समर्थक मार गए। दोनो पक्षों से मरने वालों की संख्या 8 बताई जा रही। एक पत्रकार की मौत सहित मृतकों की संख्या अब 9 पहुँच गई है।

अखबार ने आगे लिखा है कि "मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के तत्काल बाद अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार को मौके पर भेजा। उन्होंने कहा है कि घटना की तत्काल जांच की जाएगी और कोई दोषी बख्शा नहीं जाएगा। उधर टेनी ने मरने वालों की संख्या पांच बताते हुए आरोप लगाया है कि घटना का कारण पथराव और किसानों उग्र प्रदर्शन था।"

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