Live Debate : स्मृति ईरानी ने मनमोहन सिंह को भेजी थीं चूड़ियां PM मोदी को कब भेजेगीं, लाइव डिबेट में भिड़े BJP और AIMIM प्रवक्ता
AIMIM प्रवक्ता वारिस पठान ने महंगाई का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यहां पर बीजेपी प्रवक्ता मौजूद हैं जो अपने ऑफिस साइकिल के बजाय कार से जाती होंगी...
Live Debate : टीवी चैनल टाइम्स नाऊ नवभारत पर चल रही लाईव डिबेट के दौरान AIMIM नेता वारिस पठान और बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा एक-दूसरे से उलझ गए। डिबेट में जब एंकर ने वारिस पठान से पूछा कि, आप रैलियों में सिर्फ एक धर्म की बात करते हैं क्या आपको हिंदुओं का वोट नहीं चाहिए? इस सवाल का जवाब देते हुए वारिस पठान बीजेपी पर हमलावर हो गये।
AIMIM प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा कि, 'हमने गुजरात चुनाव के दौरान 32 टिकट में 7 टिकट हिंदू भाई बहनों को दिया था। जिसमें पांच जीत कर भी आए थे। पठान ने महंगाई का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यहां पर बीजेपी प्रवक्ता मौजूद हैं जो अपने ऑफिस साइकिल के बजाय कार से जाती होंगी। जब पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ रहे हैं तो उस पर आप क्यों कुछ नहीं बोल रही हैं।'
पठान यहीं चुप नहीं हुए उन्होने आगे कहा, आपकी पार्टी की नेता स्मृति ईरानी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चूड़ियां भेजी थी, अब मोदी को चूड़ियां कब भेजेगीं? इसके जवाब में नूपुर शर्मा कहती हैं कि आपको इसीलिए कहा जाता है कि थोड़ी पढ़ाई लिखाई किया करिए। केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी घटा दी है, लेकिन आपके भाई बंधु वाली सरकारों ने वैट नहीं कम किया है। जरा उनसे भी सवाल पूछिए।
बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने कहा, 'आप चूड़ियां भेजने की बात कर रहे थे क्योंकि आपको शर्म तो आती नहीं है। बीजेपी प्रवक्ता ने ओवैसी द्वारा CAA और NRC को असंवैधानिक बताए जाने को लेकर कहा कि गड्ढे बराबर जिनके पास कानून की जानकारी है। वह लोग इस तरह की बात करते हैं। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि इन्होंने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, जिसने 2010 में कहा था कि केवल पाकिस्तान के पुरुष मुसलमानों को लॉन्ग टर्म के लिए वीजा दिया जाएगा।'
जिसपर वारिस पठान ने कहा कि हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं था। इस जवाब पर एंकर सुशांत सिन्हा ने पूछा कि अब आपका कोई लेना देना नहीं है लेकिन आप ने इसका विरोध भी तो नहीं किया था? इस दौरान नूपुर शर्मा और वारिस पठान एक दूसरे पर व्यक्तिगत टिप्पणी करने लगे। आपको बता दें कि ओवैसी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था, 'सीएए संविधान के खिलाफ है, अगर भाजपा सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती है, तो हम सड़कों पर उतरेंगे और यहां एक और शाहीन बाग बन जाएगा।'