Lucknow News : BJP कार्यालय के बाहर महिला ने किया आत्मदाह का प्रयास, गोसाइईंगंज पुलिस पर लगाया ये गंभीर आरोप
Lucknow News : जब महिला ने बीजेपी दफ्तर के बाहर केरोसिन डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की तो उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दफ्तर के अंदर ही मौजूद थे...
Lucknow News : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखनऊ (Lucknow) से हैरान कर देने वाली खबर सामने आए है। बता दें कि यहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यालय के सामने आज शुक्रवार 01 अप्रैल को करीब 12:30 बजे एक महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उस महिला ने अपने शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ डाल लिया था। जिसके बाद वह खुद को आग के हवाले करने जा रही थी, इसी बीच पुलिस की नजर उस महिला पर पड़ी और उसे पकड़कर आग लगाने से रोका गया।
महिला को भेजा गया सिविल अस्पताल
जब महिला को पुलिस ने पकड़कर आग लगाने से रोका तो महिला ने वहीं पर हंगामा करना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने महिला को इलाज के लिए सिविल अस्पताल भेजा है। बात दें कि महिला ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए है। महिला का कहना है कि उसक बेटे को फर्जी मुकदमें में फंसा कर पुलिस ने जेल भेज दिया है। फिलहाल पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है।
BJP ऑफिस के अंदर थे CM योगी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जब महिला ने बीजेपी दफ्तर के बाहर केरोसिन डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की तो उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दफ्तर के अंदर ही मौजूद थे। सीएम योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'परीक्षा के चर्चा' कार्यक्रम में बीजेपी दफ्तर से ही वर्चुअली जुड़े हुए हैं। यहीं से वह विधान परिषद चुनाव को लेकर प्रदेश के प्रधानों से वर्चुअली जुड़ेंगे।
अपने ऊपर केरोसिन डालकर पहुंची थी महिला
बता दें कि महिला जब बीजेपी दफ्तर पहुंची तो वह केरोसिन से तर-बतर थी। उसको देखते ही पुलिस के जवानों ने तुरंत ही महिला को पकड़ लिया और आत्मदाह करने से रोक लिया। इस दौरान महिला बार- बार गोसाईंगंज पुलिस पर गंभीर आरोप लगाती रही। इसके साथ ही महिला ने सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार भी लगाई।
महिला ने पुलिस पर लगाए ये आरोप
महिला गोसाईंगंज के रानीखेड़ा बरौना कला के रहने वाली है। महिला का नाम रामप्यारी है। महिला आज दिन में करीब 12:30 बजे भाजपा कार्यालय पहुंची। महिला ने अपने शरीर पर केरोसिन डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि सुरक्षा कर्मियों ने महिला को ऐसा करने से समय पर रोक लिया। इसके बाद रामप्यारी ने हंगामा शुरू कर दिया। रामप्यारी ने आरोप लगाया है कि गोसाईंगंज पुलिस ने उनके बेटे को फर्जी तरीके से सामूहिक बलात्कार के मुकदमे में फंसा कर जेल भेज दिया है, जबकि कोई सरोकार नहीं है। कई बार थाने भी गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ला के अनुसार महिला को सिविल अस्पताल पहुंचाया गया है। जहां अब उसकी हालत ठीक है और इस मामले में महिला से पूछताछ जारी है।
यह है मामला
गोसाईंगंज पुलिस ने कुछ दिन पहले एक युवती को अगवा कर नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म की कोशिश के मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया था। जिसमें पंकज यादव और मोहित शामिल थे। इसी मामले को लेकर रामप्यारी ने पुलिस पर आरोप लगाए है। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि युवती के परिजनों ने दोनों आरोपियों को खुद पकड़कर सुपुर्द किया था।