LucknowGirl : कैब ड्राइवर पिटाई मामले में नया ट्वीस्ट, सादत से ली गई 10 हजार की घूस पर भिड़े इंस्पेक्टर और दारोगा

इंस्पेक्टर महेश दुबे का कहना है कि, उनकी गैर मौजूदगी में भोलाखेड़ा के चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव ने कैब ड्राइवर से गाड़ी छोड़ने की एवज में रुपए लिए थे। इसकी रिपोर्ट भी कमिश्नर को सौंपी जा चुकी है। वहीं चौकी इंचार्ज ने इंस्पेक्टर को ही कटघरे में खड़ा कर दिया...

Update: 2021-08-04 10:50 GMT

(कैब ड्राइवर से घूस लेने के मामले में इंस्पेक्टर और दारोगा आपस में भिड़े)

जनज्वार, लखनऊ। राजधानी (Lucknow) की बहुचर्चित थप्पड़बाज लड़की का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। अब मामले में ताजा मोड़ यह आ रहा है कि, ओला कैब ड्राइवर से घूस लेने में कृष्णानगर कोतवाली के दो पुलिस अफसर आपस में ही भिड़ गए हैं। दोनों ने एक दूसरे पर घूसखोरी का आरोप लगाया है।

थाना प्रभारी और इंस्पेक्टर महेश दुबे (Mahesh Dubey) का कहना है कि, उनकी गैर मौजूदगी में भोलाखेड़ा के चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव ने कैब ड्राइवर से गाड़ी छोड़ने की एवज में रुपए लिए थे। इसकी रिपोर्ट भी कमिश्नर को सौंपी जा चुकी है। वहीं चौकी इंचार्ज ने इंस्पेक्टर को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। कहा कि वह खुद को बचाने के लिए मुझे झूठा फंसा रहे हैं।

कृष्णानगर इंस्पेक्टर महेश दुबे के मुताबिक, 30 जुलाई की घटना वाली रात को मैं ईको गार्डन धरनास्थल में ड्यूटी पर था। एसीपी साहब की कॉल आई कि कोई ब्लैक एसयूवी कार कोतवाली में खड़ी की गई है। गाड़ी पर मजिस्ट्रेट लिखा है। कार एटा एसडीएम की है। जफर नाम का आदमी पहुंच रहा है। उसे गाड़ी दे दो।

बकौल महेश दुबे, चूंकि वह कोतवाली में नहीं थे। इसलिए भोलाखेड़ा चौकी प्रभारी हरेंद्र यादव (Harendra Yadav) को फोन करके गाड़ी छोड़ने को कहा। बाद में कोतवाली आने पर पता चला कि पीड़ित सआदत अली की कैब भी आई थी, जिसे गेट से छोड़ दिया गया। लेकिन एसयूवी छोड़ने के एवज में हरेंद्र यादव ने रुपए लिए थे।

वहीं, दरोगा हरेंद्र यादव के मुताबिक घटनास्थल उसके चौकी क्षेत्र में था, इसलिए वह कैब के साथ चालक सआदत अली और उसकी पिटाई करने वाली लड़की प्रियदर्शिनी नारायण को कोतवाली लाया था। देर रात सआदत को तलाश करते हुए उसके भाई इनायत और दाऊद एसयूवी से कोतवाली पहुंचे। दोनों को भी कोतवाली में बैठा लिया गया। कैब और एसयूवी को भी कब्जे में ले लिया गया।

गौरतलब है 30 जुलाई की रात अवध चौक की इस घटना में कैब ड्राइवर ने लिखित आरोप लगाया था कि, उसे छोड़ने की एवज में पुलिस ने 10 हजार रूपये लिए थे। जब लखनऊ में कृष्णानगर में बीच सड़क एक लड़की ने कैब ड्राइवर को बुरी तरह से पीटा था। इसी ड्राइवर से पुलिस ने 10 हजार रुपए की घूस भी ली थी। जिसे सादत ने अपनी एफआईआर में भी दर्ज कराया है।

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