गीतकार मनोज मुंतशिर ने डकैतों से मुगलों की तुलना तो दिलीप मंडल बोले- अपना DNA चेक कराओ शुक्ला
ऋचा चढ्ढा ने भी मनोज मुंतशिर के गीत की आलोचना करते हुए लिखा शर्मसार करने वाला। बुरी कविता। देखने लायक नहीं है। अपना उपनाम भी हटा देना चाहिए। जिस चीज से घृणा हो उससे फायदा क्यों लेना....
जनज्वार। गीतकार मनोज मुंतशिर के ट्वीट पर बवाल खड़ा हो गया है। दरअसल उन्होंने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें उन्होंने मुगलतों की तुलना डकैतों से की। बताया जा रहा है कि हाल ही में डायरेक्टर कबीर खान में मुगलों को एक इंटरव्यू में असली राष्ट्र निर्माता कहा था। उन्होंने यह भी कहा था कि फिल्मों में मुगलों को गलत ढंग से दिखाया जाता है। उसके जवाब में ही मनोज मुंतशिर ने वीडियो पोस्ट किया है। वहीं सोशल मीडिया पर मनोज मुंतशिर की खूब आलोचना हो रही है।
आप किसके वंशज हैं ? अपनी विरासत और अपने नायकों को चुनें! आज शाम 5 बजे से यूट्यूब/मनोज मुंतशिर पर पुनः प्रसारण।
मनोज के ट्वीट के जवाब में वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने लिखा- मनोज शुक्ला, मेरे पास 17 पीढ़ियों की वंशावली है। भारत में जब जमीन की पहली पैमाइश हुए तब से मेरे पुरखों के नाम लैंड रिकॉर्ड में हैं। तुम्हारे पास क्या है? मेरे पास बुद्ध, कबीर, रैदास, सिद्धो कान्हो, बिरसा, फुले, साहू आंबेडकर से हीरो हैं। तुम्हारे हीरो की गर्दन पर हाथी का सिर है।
दिलीप मंडल ने पलटवार करते हुए लिखा- "मुझे अपना मालूम है। लेकिन आप लोग तो मुँह से पैदा होते हैं। इसलिए मनोज शुक्ला, किसी और से नहीं, खुद से पूछो कि किसके वंशज हो। अकबर के 9 रत्नों में 3 आप ही के लोग थे। आपकी बिरादरी जज़िया टैक्स से मुक्त थी। अंतरंग रिश्ता रहा है उनसे आप लोगों का। बहुत बिरयानी खाई होगी आपके पुरखों ने।"
उन्होंने आगे लिखा- "DNA चेक कराओ शुक्ला। मुझे तुम पर शक है। तुम्हारा Indian DNA होता तो भारत की राष्ट्रीय एकता को यूँ तहस-नहस करने की कोशिश न करते। राखीगढ़ी के कंकाल से तुम्हारा DNA मिलता है या नहीं, ये देखना पड़ेगा। रिपोर्ट आने तक तुम्हारा doubtful में रखा गया है।"
एनडीटीवी के पत्रकार सौरभ शुक्ला भी पलटवार करते हुए लिखते हैं- "बहुत जगह रावण को पूजा जाता है, आप जो समझा रहे हैं वो नज़रिया आपका हो सकता है, मैं समझता हूं कि आपको एक पाला चुनना था वो आपने चुन लिया है, उम्मीद है आप इतिहास के साथ वर्तमान भी समझाऐंगे, चूड़ी बेचने वाले, भीख मांगने वाले मुसलमानों को पीटने वाले वर्तमान रावणों के बारे में भी बताएंगे।"
आम आदमी पार्टी के संजय मिश्रा ने तंज कसते हुए लिखा, "भाजपाई भी ऐसे कवियों को कोई जगह नही देते , इतिहास गवाह है।"
अशोक कुमार भाटिया लिखते हैं- "मुंतशिर नाम हटाओ, अगर इतनी ही नफरत है तुम्हें। क्यों जहर फैलाते हो, आर्य भी तो पहले विदेशी आक्रांता थे, सांझी विरासत पर हमला मत करो।"
फिल्म अभिनेत्री ऋचा चढ्ढा ने भी पलटवार करते हुए लिखा- "शर्मसार करने वाला। बुरी कविता। देखने लायक नहीं है। अपना उपनाम भी हटा देना चाहिए। जिस चीज से घृणा हो उससे फायदा क्यों लेना।''