Madhya Pradesh News : बुजुर्ग ने कर्ज से परेशान होकर पत्नी और बेटी समेत लगाई आग, दंपती की मौत

Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में कर्ज से तंग परिवार ने खुद को आग लगा ली, इसमें बुजुर्ग दंपती की मौत हो गई, जबकि बेटा और बेटी झुलस गए...;

Update: 2022-07-30 18:30 GMT
Madhya Pradesh News : बुजुर्ग ने कर्ज से परेशान होकर पत्नी और बेटी समेत लगाई आग, दंपति की मौत

Madhya Pradesh News : बुजुर्ग ने कर्ज से परेशान होकर पत्नी और बेटी समेत लगाई आग, दंपति की मौत

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Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में कर्ज से तंग परिवार ने खुद को आग लगा ली। इसमें बुजुर्ग दंपती की मौत हो गई, जबकि बेटा और बेटी झुलस गए। बेटी को गंभीर हालत में नागपुर रेफर किया गया है। जांच में सामने आया है कि परिवार आर्थिक तंगी से परेशान था। परिवार ने सूदखोरों और रिश्तेदारों से कर्ज लेकर पुणे की चिटफंड कंपनी में पैसा लगाया था। जहां से पैसा वापस नहीं मिल रहा था। जबकि देनदार लगातार पैसे के लिए दबाव बना रहे थे।

बुजुर्ग ने केरोसिन डालकर लगाई आग

मामला बालाजी नगर इलाके का है। जहां विनोद पाठक (72 वर्ष) पत्नी कंचन पाठक (60 वर्ष), बेटे प्रतीक पाठक (28 वर्ष) और बेटी अपर्णा पाठक (22 वर्ष) के साथ रहते थे। आज शनिवार तड़के करीब 5 बजे विनोद पाठक ने पत्नी, बेटी पर केरोसिन डालकर खुद को आग लगा ली। आग लगते ही कमरे से चिल्लाने की आवाजें आने लगीं।

आग बुझाने में बुजुर्ग का बेटा भी झुलसा 

शोर सुनकर दूसरे कमरे में सो रहा बेटा प्रतीक जागा। उसने पिता के कमरे में जाकर देखा तो तीनों आग की लपटों से घिरे थे। उसने तुरंत पड़ोसियों को बुलाया। आग बुझाने में प्रतीक भी झुलस गया। तीनों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां विनोद पाठक और उनकी पत्नी की मौत हो गई, जबकि बेटी अपर्णा बुरी तरह झुलस गई। यहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे नागपुर रेफर कर दिया गया।

सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस 

सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। यहां देखा, तो कमरे में सामान बिखरा पड़ा था। वहीं, केरोसिन का खाली डिब्बा भी मिला है। मकान मालिक संगम राय ने बताया कि पाठक परिवार मकान बेचकर पिछले कुछ महीनों से यहां रहने आया था। आज अलसुबह 4 बजे परिवार के पड़ोस में रहने वाले परिवार की आवाज सुनकर हम जागे और घटना का पता चला।

आर्थिक तंगी से परेशान था परिवार 

वहीं इस मामले में अधिकारी ने बताया कि जांच में सामने आया कि सहकारी बैंक से सेवानिवृत्त कर्मचारी विनोद पाठक का परिवार पेंशन पर आश्रित था और वर्तमान में मिल रही पेंशन से परिवार का गुजारा नहीं होने से आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। साथ ही बुजुर्ग का परिवार भारी कर्ज में डूबा हुआ था, जिसके चलते पाठक परिवार ने सामूहिक आत्मदाह कर लिया। 

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