MP : दिग्विजय-कमलनाथ की जोड़ी ने किया जनता को अपमानित, प्रदेश के साथ की गद्दारी, सिंधिया का आरोप

सिंधिया का आरोप, दिग्विजय सिंह और कमल नाथ की जोड़ी ने इस क्षेत्र के लाखों मतदाताओं के साथ विकास के नाम पर धोखा किया। जब विधायक और जनप्रतिनिधि विकास की कोई बात लेकर कमल नाथ से मिलने जाते थे, तो उनका चेहरा देखकर वल्लभ भवन और सीएम हाउस के दरवाजे बंद कर दिए जाते थे...

Update: 2020-10-27 06:20 GMT

Bhopal Flood : ज्योतिरादित्य सिंधिया के सरकारी बंगले में भरा पानी, हुआ लाखो का नुकसान

भोपाल। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है और कहा है कि गद्दारी तो कमल नाथ ने की थी प्रदेश की जनता के साथ, जो वादे करके सत्ता में आए थे, उन्हें पूरा नहीं किया।

मध्यप्रदेश में हो रहे विधानसभा के उपचुनाव में गोहद, डबरा व पोहरी में जनसभाओं को संबोधित करते हुए सोमवार 26 अक्टूबरको सिंधिया पूरी तरह आक्रामक रहे। उन्होंने कहा, "कांग्रेस के लोग यह कहते घूम रहे हैं कि सिंधिया और उनके साथी गद्दार हैं। मैं कहना चाहता हूं कि कमलनाथ सुन लो गद्दार तो आप हैं, जो विकास का वादा करके सत्ता में आए थे। कहा था सभी किसानों के कर्जे माफ करेंगे, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देंगे। प्रदेश की जनता से झूठ बोला, वादाखिलाफी की।"

सिंधिया ने कहा कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में जनता ने कांग्रेस को इस क्षेत्र की 34 में से 26 सीटों पर जिताया, जो एक रिकॉर्ड है। लेकिन दिग्विजय सिंह और कमल नाथ की जोड़ी ने इस क्षेत्र के लाखों मतदाताओं के साथ विकास के नाम पर धोखा किया। जब विधायक और जनप्रतिनिधि विकास की कोई बात लेकर कमल नाथ से मिलने जाते थे, तो उनका चेहरा देखकर वल्लभ भवन और सीएम हाउस के दरवाजे बंद कर दिए जाते थे। "यह अपमान मेरा नहीं, यहां के जनप्रतिनिधियों और विधायकों का नहीं, यह इस क्षेत्र की जनता का अपमान था।"

उन्होंने आरोप लगाया कि दिग्विजय-कमलनाथ की जोड़ी ने ग्वालियर चम्बल संभाग की जनता को अपमानित करने का काम किया। "जब मैंने वादे निभाने की बात कही, तो इन्होंने मुझसे भी अहंकार में कहा कि सड़कों पर उतर जाइए। मैंने इनकी सरकार को ही सड़क पर ला दिया। अब प्रदेश की सत्ता विकास और प्रगति के लिए मप्र में भाजपा की सरकार का नेतृत्व करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथों में है।"

पूर्व कांग्रेस नेता सिंधिया ने कहा कि 15 साल बाद जब कांग्रेस की सरकार आई, तो सभी ने सोचा कि ये सरकार विकास करेगी, जनता के लिए काम करेगी। लेकिन प्रदेश में उद्योग लगाने की बजाय तबादला उद्योग शुरू कर दिया। वल्लभ भवन में बोलियां लगने लगीं। जनसेवा के केंद्र वल्लभ भवन को लूट खसोट और भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया। पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला हो गया और रेत के अवैध उत्खनन तथा शराब का काला धंधा शुरू हो गया।

सिंधिया ने कहा कि एक तरफ कमलनाथ की 15 माह की सरकार का कार्यकाल देखिए और दूसरी तरफ शिवराज सिंह चौहान कमल वाली सरकार का कार्यकाल देखिए। उन्होंने देश में चल रहीं कोरोना महामारी के दौरान गरीब, मजदूर, किसानों के लिए योजनाएं बनाकर प्रदेश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया।

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