मामा शिवराज के मध्यप्रदेश में दलित मां-बेटी को भाजपा नेता ने गुंडों की तरह पीटा, वीडियो वायरल होने पर शिकायत दर्ज

बैतलू जिले में एक महिला व उनके बेटी के साथ भाजपा के नेता व उसके परिजनों ने बेहरमी से मारपीट की। सत्ताधारी दल का सदस्य होने के कारण पुलिस उस पर कार्रवाई नहीं कर रही थी, लेकिन जब कांग्रेस ने मामला उठाया तो पुलिस ने शिकायत दर्ज की...

Update: 2020-08-22 09:58 GMT

जनज्वार। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक दलित महिला व उनकी बेटी को भाजपा के एक स्थानीय नेता ने बेरहमी से पीटा। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज की है। यह घटना सारणी कस्बे के शोभापुर काॅलोनी की है। मामला 16 अगस्त का ही है, लेकिन घटना का वीडियो वायरल होने के बाद शुक्रवार, 21 अगस्त को पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज की है।

भाजपा पार्षद के परिवार पर मारपीट का आरोप लगा है। पार्षद के पति प्रवीण सूर्यवंशी ने दलित महिला आशा गिरी के साथ मारपीट की। जब उन्हें बचाने उनकी बेटी आयी तो उसके साथ भी मारपीट की गई। वीडियो में महिला की बेटी की आवाज सुनायी पड़ता है जिसमें वह उन्हें बचाने की कोशिश करने का प्रयास करती नजर आत है।

घटना के बाद जब पीड़ित पक्ष थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंच तो पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की। लेकिन, जब 21 अगस्त को प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट पर इस मामले का वीडियो शेयर किया और सवाल उठाया तो सबके ध्यान में यह मामला आया और आनन-फानन में शिकायत दर्ज की गई।

मध्यप्रदेश कांग्रेस ने इस मामलें में ट्वीट किया, एक दलित मां-बेटी की बीजेपी नेताओं द्वारा पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है। बीजेपी नेता हैं इसलिए रिपोर्ट भी नहीं लिखी जा रही है। शिवराज जी, आपका यह जंगलराज लोकतांत्रिक व्यवस्था पर दाग है।

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता कमलनाथ के आफिस के ट्विटर एकाउंट से इस घटना का वीडियो ट्वीट किया गया और उसमें लिखा गया कि बैतूल के सारणी क्षेत्र के शोभापुर में एक दलित महिला व उनकी बेटियों से बदसलूकी का विरोध करने पर भाजपा नेताओं द्वारा सार्वजनिक रूप से बेरहमी से मारपीट की घटना सामने आयी है। शिवराज जी, आप की सरकार में बहन-भाँजियो के साथ इस तरह की घटनाएँ घटित हो रही है और दोषियों को बचाया जा रहा है। इस पूरे मामले में दोषियों पर तत्काल कार्यवाही हो व एक महिला व उसकी बेटियों को न्याय मिले।

जानकारी के अनुसार, मामला दर्ज किया गया है, लेकिन उसमें दलित उत्पीड़न की धाराओं का प्रयोग नहीं किया गया है। इससे आरोपियों के बचने की संभावना बढ जाती है।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी छवि मामा की बनायी है और वे लोगों की बहन-बेटियों की सुरक्षा का दावा करते हैं। लेकिन जब उनकी ही पार्टी के लोग खुले आम गुंडगर्दी करते हैं तो ऐसे दावे पर सवाल उठ जाता है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना की लोग निंदा कर रहे हैं।

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