प्रज्ञा सिंह ठाकुर का विवादित बयान, शूद्र को शुद्र बोलो तो मान जाते हैं बुरा जबकि ब्राम्हण-क्षत्रिय को महसूस होता है गर्व
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा है कि ब्राह्मण व क्षत्रिय को उनकी जाति का नाम लेकर पुकारो तो उन्हें बुरा नहीं लगता है जबकि शूद्र को ऐसा कहने पर बुरा लग जाता है। उन्होंने कहा कि यह तो हमारे धर्मशास्त्र की बनायी व्यवस्था है...
जनज्वार। मध्यप्रदेश के भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की सांसद और मालेगांव विस्फोट की आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने मध्यप्रदेश के सीहोर में शनिवार (12 December 2020) को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि शूद्र को शूद्र कह दो उन्हें बुरा लग जाता है, लेकिन अन्य वर्गाें को उनके नाम से पुकारने पर बुरा नहीं लगता है।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि प्राचीन काल में समाज की व्यवस्था के लिए हमारे धर्मशास्त्रों ने चार वर्ण तय किए गए। क्षत्रियों को क्षत्रिय कह दो उन्हें बुरा नहीं लगता है, ब्राह्मण को ब्राह्मण कह दो, बुरा नहीं लगता है, वैश्य को वैश्य कह दो बुरा नहीं लगता है। शूद्र को शूद्र कह दो बुरा लग जाता है। कारण क्या है? क्योंकि समझ नहीं पाते। यह नासमझी है।
सीहोर में अपने कार्यक्रम के दौरान प्रज्ञा सिंह ठाकुर यहीं नहीं रूकीं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित में क्षत्रियों को अधिक बच्चे पैदा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्षत्रिय कुल खत्म हो जाएगा तो राष्ट्र की रक्षा कौन करेगा। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए संतान पैदा कीजिए और उन्हें सैनिक बनाइए।
विधानसभा चुनाव के बाद बंगाल में हिंदू राज स्थापित होगा
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने इसके साथ ही कहा कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हिंदू राज स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी कुंठित हो गई हैं क्योंकि वे यह समझ गईं हैं कि अब उनका शासन खत्म होने वाला है। उन्होंने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी बंगाल में जीतेगी और वहां हिंदू राज स्थापित होगा।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बंगाल दौरे के दौरान उनके काफिले पर हमले की निंदा की। उन्होंने जेपी नड्डा व कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हुए हमले की निंदा करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पागल करार दिया। उन्होंने कहा कि वे तिलमिला गईं हैं, अब उनको समझ में आ गया है कि बंगाल में हिंदू शासन आएगा। उन्होंने कहा कि बंगाल अखंड भारत का हिस्सा है, वे इसे अलग करने का प्रयास कर रही है, लेकिन भाजपा ऐसा नहीं होने देगी।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने किसान आंदोलन पर हमला करते हुए कहा कि इसमें देश विरोधी लोग शामिल हो गए हैं। किसान के वेश में वामपंथी व कांग्रेसी उसमें शामिल हैं और वे भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को जेल भेज देना चाहिए।