फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ भोपाल में प्रदर्शन करने पर केस दर्ज, सीएम शिवराज चौहान बोले- कोई भी हो सख्ती से निपटेंगे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नेतीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है। इसकी शांति को भंग करने वालों से हम पूरी सख्ती से निपटेंगे.....
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर राज्य सरकार ने सख्त रूख अपनाया है। प्रदर्शन करने वालों पर केस दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक भोपाल के इकबाल मैदान में मुस्लिम समुदाय ने कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की अगुवाई में गुरुवार को प्रदर्शन किया था जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे।
इस प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नेतीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है। इसकी शांति को भंग करने वालों से हम पूरी सख्ती से निपटेंगे। इस मामले में 188 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा वो चाहे कोई भी हो।
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि कोरोना महामारी को लेकर दी गई हिदायतों का प्रदर्शन के दौरान पालन नहीं किया गया। प्रदर्शन में जो लोग हिस्सा लेने पहुंचे थे न तो मास्क लगाए हुए थे और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा।
बता दें कि अभी 16 अक्टूबर को पेरिस के एक मिडिल स्कूल में हिस्ट्री टीचर सैमुएल पैटी की हत्या कर दी गई। पैटी का सर धड़ से अलग कर दिया गया था। 18 साल के चेचन्या-रूसी अब्दुल्लाह अंजोरोव ने सैमुएल पैटी की हत्या की थी।
फ्रांस और उसके राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों के खिलाफ कई मुस्लिम देशों ने गुस्से का इजहार किया है। इस कड़ी में अरब देश ही नहीं बल्कि तुर्की से लेकर पाकिस्तान तक फ्रांस की आलोचना कर रहे हैं और उनके उत्पादों का बहिष्कार कर रहे हैं और 'इस्लामाफोबिया' को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहे हैं।