MP में हिंदू महासभा से जुड़े गोडसे भक्त चौरसिया को कांग्रेस में शामिल करने का मामला पहुंचा हाईकमान तक
मध्य प्रदेश में गोडसे भक्त बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल किये जाने का मामला पहुंचा हाईकमान तक, हाईकमान ने राज्य के कई नेताओं से बात कर जानना चाहा है कि हिंदू महासभा का नेता और गोडसे का समर्थक आखिर कांग्रेस में शामिल कैसे हो गया...
भोपाल। मध्य प्रदेश में ग्वालियर नगर निगम के हिंदू महासभा से पार्षद रहे बाबू लाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल करने के बाद गर्म हुआ मामला पार्टी हाईकमान तक पहुंच गया है और इस संदर्भ में कुछ नेताओं से बात भी की गई है। राज्य की कांग्रेस की सियासत में बीते कुछ दिनों से हलचल मची हुई है। इसकी वजह हिंदू महासभा के चौरसिया को शामिल करना है।
वे गांधी का नाम तो लेते हैं, मगर मंदिर गोडसे का बनाते हैं
पार्टी के इस फैसले से कई नेता खुश नहीं हैं, साथ ही वे इसे गांधी विचारधारा के खिलाफ मान रहे हैं। यही कारण है कि पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व सांसद मीनाक्षी नजराजन, पूर्व मंत्री सुभाष कुमार सोजतिया, विधायक और दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह तथा वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल ने चौरसिया के कांग्रेस में लिए जाने पर ऐतराज जताया है।
एक तरफ जहां कांग्रेस के नेता ही इस फैसले पर सवाल खड़े कर रहे हैं, तो वहीं भाजपा भी हमलावर है। भाजपा ने तो कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ से सवाल किया है कि वे बताएं कि महात्मा गांधी के साथ हैं या गोडसे के साथ।
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि हिंदू महासभा के चौरसिया को पार्टी में शामिल किए जाने के मामले पर चल रही खींचतान को हाईकमान ने गंभीरता से लिया है। हाईकमान को लगता है कि मध्य प्रदेश के इस मसले पर भाजपा बंगाल सहित अन्य राज्यों में प्रचार के दौरान कांग्रेस पर हमला कर सकती है, लिहाजा इस मामले का पटाक्षेप जल्दी किया जाए।
यही कारण है कि हाईकमान ने राज्य के कई नेताओं से बात भी की है। साथ ही यह जानना चाहा है कि हिंदू महासभा का नेता और गोडसे का समर्थक आखिर कांग्रेस में शामिल कैसे हो गया।