MP : अंतिम संस्कार-कफन के नहीं थे पैसे तो मजबूर भाई ने ठेले पर लाश रख नदी में बहाई

मध्य प्रदेश के सीधी में एक आदिवासी महिला की मौत के बाद उनके परिवार वालों को लाश ले जाने के लिए शव वाहन तक नहीं देने का मामला सामने आया है. आरोप है कि नगरपालिका ने भी दाह संस्कार में किसी तरह की मदद नहीं की...

Update: 2020-06-30 13:24 GMT

जनज्वार। कोरोना की भयावहता के बीच आम रोगियों के साथ भी तमाम राज्यों में अस्पताल प्रशासन बड़ी असंवेदनशीलता दिखा रहे हैं। असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा छूता ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार में सामने आया है, जहां एक आदिवासी महिला की इलाज के दौरान मौत हो गयी। उस गरीब महिला की मौत के बाद अस्पताल ने एंबुलेंस तक नहीं दी तो परिजन ​ठेले में लाश ले गये और नगरपालिका में भी लाश जलाने में दिक्कत आई तो मजबूरन नदी लाश में बहायी।

जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के सीधी में एक आदिवासी महिला की मौत के बाद उनके परिवार वालों को लाश ले जाने के लिए अस्पताल ने शव वाहन तक नहीं दिया गया। आरोप यह भी है कि नगरपालिका ने भी दाह संस्कार में किसी तरह की मदद नहीं की। अंत में महिला के भाई ने शव को ठेले पर रखकर 12 किमी दूर सोन नदी तक ले गया और प्रवाहित कर दिया।

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, एक आदिवासी परिवार से ताल्लुक रखने वाली महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिवार वाले शव घर तक ले जाना चाहते थे, लेकिन आरोप है कि उन्हें न तो जिला अस्पताल से किसी तरह की मदद मिली और न ही नगर पालिका की तरफ से। शव को कंधा देने के लिए चार लोग भी नहीं मिले।

ऐसे में मृतका के भाई ने तीन पहिए ठेले की व्यवस्था की और शव को घर न ले जाते हुए सोन नदी ले गए। नदी की दूरी 12 किमी थी, जहां जाकर परिजनों ने आदिवासी महिला के शव को नदी में बहा दिया।

मृतका के भाई रामअवतार कोल का कहना है कि उन्होंने शव ले जाने के लिए अस्पताल से वाहन की मांग की, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। परिवार के पास मृतका के कफन खरीदने के पैसे भी नहीं थे। परिवाल वाले महिला की लाश को कंबल में ढककर सोन नदी ले गये और वहां जाकर उसे बहा दिया।

मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने इस मामले में ट्वीट किया है। उन्होंने इसपर शिवराज सरकार को घेरा है और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। 

अपने ट्वीट में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने लिखा है, 'शिवराज जी जब आप विपक्ष में थे तो ग़रीबों के अंतिम संस्कार को लेकर खूब दावे करते थे और कांग्रेस को खूब झूठा कोसते थे। आज आप सत्ता में है। आपकी सरकार की सच्चाई जान ले।'

दूसरे ट्वीट में कमलनाथ ने मांग की है कि मानवता को शर्मशार करने वाली इस ह्रदय विदारक घटना पर तत्काल दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो, परिवार की हर संभव मदद हो।

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