Bhopal News: भोपाल में गांधी की प्रतिमा को काला रंग और चश्मा टेढ़ा किए जाने पर बिफरी कांग्रेस, कहा- मिट जाएंगे मिटाने वाले

Bhopal News: कड़ी आपत्ति के बीच प्रदेश कांग्रेस ने मांग की है कि बापू की प्रतिमा को उनके मूल रंग में रंगा जाए साथ ही चश्में को भी सीधा कराया जाए...

Update: 2022-01-31 05:27 GMT

(मिंटो हॉल में टेढ़े चश्में और काले रंग के साथ लगी बापू की मूर्ति)

Bhopal News: मध्य प्रदेश की पुरानी विधानसभा मिंटो हाल में बनी महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की प्रतिमा को काले रंग से रंगने और टेढ़े चश्में को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है। कड़ी आपत्ति के बीच प्रदेश कांग्रेस ने मांग की है कि बापू की प्रतिमा को उनके मूल रंग में रंगा जाए साथ ही चश्में को भी सीधा कराया जाए।

दरअसल, रविवार 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर भोपाल प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के सभाकक्ष में महात्मा गांधी और मध्य प्रदेश के विख्यात साहित्यकार कवि पंडित माखन लाल चतुर्वेदी (Makhan Lal Chturvedi) की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें दोनों विभूतियों के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उनका स्मरण किया गया।

इस मौके पर पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा (Congress Mla PC Sharma) ने कहा कि यदि एक सप्ताह के अंदर पर्यटन विभाग ने महात्मा गांधी की मूर्ति को वापस तामिया रंग से नहीं रंगा तो कांग्रेस पार्टी पर्यटन निगम का घेराव करेगी। और कांग्रेस कार्यकर्ता स्वयं मूर्ति को उसके मूल रंग में रंग देंगे।

शर्मा ने मूर्ति के चश्मे को एक आंख से ऊपर उठा कर भी मूर्ति को विद्रूप करने की क्षुद्रता के लिए पर्यटन निगम की निंदा की। गांधी जी की प्रतिमा को काले रंग (Black Color Of Gandhi Statue) से रंग देने पर कांग्रेस जनों में आक्रोश व्याप्त है।

प्रदेश मीडिया उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने मांग की कि पर्यटन निगम इस कृत्य के लिये माफी मांगे अन्यथा, महापुरुषों की मूर्ति को विद्रूपित करने का मामला उसके प्रबंध संचालक के खिलाफ दर्ज कराया जाएगा। गुप्ता ने कहा कि गांधी की स्मृतियों को मिटाने की चेष्टा करने वाले खुद मिट जाएंगे। गांधी पूरे विश्व की थाती हैं।

उन्होने कहा कि, हत्यारी मानसिकता वाले संकीर्णतावादी उन्हें छू भी नहीं सकते। माखन लाल चतुर्वेदी जी के घर पर 63 बार अंग्रेजों ने तलाशी ली। उन्होंने 12 बार जेल यात्रा की। कांग्रेस का इतिहास कुर्बानी का इतिहास है, माफी मांगने का नहीं।

Tags:    

Similar News