Bhopal News: मध्य प्रदेश में नई अबकारी नीति को लेकर BJP की दो साध्वियों पर क्यों छिड़ी है रार

Bhopal News: मध्य प्रदेश में नई शराब नीति को लेकर भाजपा की दो साध्वियां निशाने पर हैं। एक शराब बंद करवाना चाहती थील लेकिन अब शांत है तो दूसरी ने शराब पीने का नफा-नुकसान तक समझा दिया...

Update: 2022-01-21 05:06 GMT

(प्रज्ञा ठाकुर और उमा भारती को लेकर एमपी में रार)

Bhopal News: मध्यप्रदेश में नई आबकारी नीति के सियासी नफा-नुकसान को देखते हुए सरकार ने शराब सस्ती कर दी है। ये बात दीगर है कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने पिछले साल कहा था कि वो 15 जनवरी 2022 तक शराबबंदी करवाएंगी, और तो ऐसा न होने पर वह सड़कों पर उतरेंगी। लेकिन इस मियाद के ठीक दो दिन बाद शराबबंदी तो दूर शिवराज कैबिनेट ने नई शऱाब नीति का ऐलान कर दिया है।

वहीं, इस मामले में जब पत्रकारों ने सांसद साध्वी प्रज्ञा (Sadhvi Pragya Thakur) से प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने अजीबोगरीब बयान दे डाला। उन्होंने पहले तो शराबबंदी लागू करने की मांग उठा दी। फिर कहा कि शराब सस्ती हो या महंगी, उसकी एक सीमित मात्रा होनी चाहिए। अपने बयान में साध्वी कह रही हैं कि सीमित्र मात्रा में शराब औषधि के समान होती है और असीमित मात्रा में जहर के समान। इसे सबको सुनना चाहिए। शराब के अधिक सेवन से जो नुकसान होते हैं, उन्हें समझकर शराब पीना बंद करना चाहिए।

अपने अल्टीमेटम के बाद उमा भारती मध्यप्रदेश की सड़क पर तो नहीं उतरीं, लेकिन सरकार ने नई आबकारी नीति में शराब जरूर सस्ती कर दी। मंगलवार को कैबिनेट बैठक के बाद सरकार के प्रवक्ता डॉ नरोत्तम मिश्र ने कहा कि मध्यप्रदेश की आबकारी नीति जो 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक प्रस्तावित थी, उसको अनुमति प्रदान की गई है।

गुड़ सहित जामुन से भी बनेगी शराब

नई आबकारी नीति के मुताबिक राज्य में शराब की नई दुकान तो नहीं खुलेगी. लेकिन विदेशी शराब में 10 प्रतिशत से 13 प्रतिशत तक एक्साइज ड्यूटी कम कर दी गई है। एक ही दुकान पर अंग्रेजी और देसी, दोनों शराब मिल पाएंगी। राज्य में फिलहाल 2544 देसी, 1061 विदेशी शराब दुकानें हैं। गुड के अलावा जामुन से भी शराब बनाने की अनुमति दी जाएगी। लोग पहले के मुकाबले 4 गुना ज्यादा शराब घर पर रख सकेंगे। जिस शख्स की सालाना आय 1 करोड़ रु है, वो घर पर बार भी खोल सकेगा। भोपाल और इंदौर में माइक्रो बेवरेज को मंजूरी मिली हैं। जिसमें रोज़ाना 500 से 1000 लीटर शराब बनाने की क्षमता होती है। एयरपोर्ट पर अंग्रेजी शराब की दुकानें होंगी। मॉल में काउंटर पर शराब भी मिल सकेगी।

निशाने पर उमा भारती

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह ने कहा कि उमा भारती क्या कह रही हैं, इसपर भी सोचना चाहिये। जिन्होंने कहा था कि नशाबंदी को लेकर प्रांत व्यापी आंदोलन करेंगी। वो कहां हैं, सरकार शराबबंदी के लिये गंभीरता से प्रयास नहीं कर रही है।

जहरीली शराब से मौतें भी

बहरहाल सियासत, नफा-नुकसान के बीच भिंड जिले के इंदुर्खी गांव में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से दो सगे भाई सहित तीन लोगों की मौत हो गई। कार्रवाई हुई है दो थाना प्रभारी निलंबित हुए, 5 पुलिसकर्मी लाईन अटैच हो गये। वैसे मॉनसून सत्र में महज़ 5 मिनट में मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम (संशोधन) विधेयक, 2021 पास हुआ था, जिसमें जहरीली शराब से संबंधित अपराधों के लिए सज़ा-ए-मौत तक का प्रावधान है।

एक ही दुकान में देसी और विदेशी शराब

गौरतलब है कि शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट ने मंगलवार को नई आबकारी नीति को मंजूरी दी। इसके तहत विदेशी शराब पर 10 से 13 फीसदी तक एक्साइज ड्यूटी कम कर दी गई है। हालांकि, सरकार ने एक भी नया ठेका खोलने की अनुमति नहीं दी है। लेकिन अब एक ही दुकान में देसी और अंग्रेजी, दोनों तरह की शराब बिक सकेगी।

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