मध्यप्रदेश : आखिरकार शिवराज कैबिनेट मे शामिल हुए 28 चेहरे, ज्योतिरादित्य ने सुबह-सुबह किया था यह ट्वीट
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार का विस्तार आज हो गया। इसमें निकट भविष्य में होने वाले उपचुनाव को ध्यान में रख कर ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी को दूर किया गया है...
जनज्वार। आखिरकार मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार का बहुप्रतीक्षित कैबिनेट विस्तार गुरुवार को पूरा हो गया। आज हुए कैबिनेट विस्तार में कांग्रेस से भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को भी जगह दी गई। राजभवन में आज राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 28 मंत्रियों को शपथ दिलायी। इसमें अधिकतर सिंधिया समर्थक हैं।
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 2, 2020
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
आज मंत्री पद की शपथ लेने वाले साथियों के साथ मंत्रिमंडल की पहली बैठक ली।
हमें बिना रुके जनसेवा में कार्यरत होना है। इसके लिए परिश्रम की पराकाष्ठा, प्रयत्नों की परिसीमा करनी होगी! https://t.co/gR8DS5M7w7
शिवराज कैबिनेट में शामिल किए गए नए मंत्रियों की सूची से यह स्पष्ट है कि भाजपा का ध्यान राज्य में होने वाले उपचुनाव पर हैं, जहां वह अधिक से अधिक सीटें जीत कर स्पष्ट जादुई संख्या हासिल करना चाहती है। इस वजह से भाजपा को अपने पुराने नेताओं को कम प्रतिनिधित्व देकर संतोष करना पड़ा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस में समर्थक विधायकों ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था और उनके दल बदल के साथ खुद भी भाजपा में शामिल हो गए थे।
कैबिनेट विस्तार जून के आखिरी दिनों में ही होनी थी, लेकिन सिंधिया की नाखुशी के कारण इसे दो दिन के लिए और टालना पड़ा। इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज कैबिनेट विस्तार से पहले एक संक्षिप्त ट्वीट किया, जिसमें लिखा : अन्याय के खिलाफ छेड़ा गया संघर्ष ही धर्म है। हालांकि उनके इस ट्वीट का संदर्भ स्पष्ट नहीं है। उन्होंने सभी नए मंत्रियों को शुभकामनाएं दी हैं और उम्मीद जतायी है कि वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ कंधे से कंधा मिला कर काम करेंगे।
अन्याय के खिलाफ़ छेड़ा गया संघर्ष ही धर्म है|
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) July 2, 2020
शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री बनने के 71 दिन बाद कैबिनेट विस्तार हुआ है। आज हुए कैबिनेट विस्तार में नौ सिंधिया समर्थक हैं, जबकि सात शिवराज सिंह के समर्थक हैं। कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में सिंधिया के छह समर्थक विधायक मंत्री थे, जो अब शिवराज सिंह की सरकार में भी मंत्री बन गए हैं। इनके नाम हैं- गोविंद सिंह राजपूत, तुलसी सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, प्रभुराज चौधरी और महेंद्र सिंह सिसोदिया। हालांकि इनमें गोविंद सिंह राजपूत व तुलसी सिलावट पहले ही शिवराज के छोटे मंत्रीमंडल में शामिल हो चुके थे।
आज सिंधिया के नौ समर्थक मंत्री बने हैं। यानी सिंधिया के कुल 11 समर्थक अब शिवराज सरकार में मंत्री हैं। आज राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव, बृजेंद्र सिंह यादव, गिर्राज दंडोतिया, सुरेंद्र धाकड़़ व ओपीएस भदौरिया भी मंत्री बने है।
ग्वालियर चंबल क्षेत्र में 16 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होना है। ये सीटें कांग्रेस में रहते सिंधिया समर्थकों द्वारा इस्तीफे दिए जाने के कारण खाली हुई हैं। इस क्षेत्र से आठ नेता मंत्री बनाए गए हैं।
शिवराज कैबिनेट में गोपाल भार्गव, यशोधरा राजे, विश्वास सारंग जैसे पुराने चेहरे भी शामिल किए गए हैं।
आज शामिल हुए मंत्रियों की सूची इस प्रकार है :
विजय शाह, जगदीश देवड़ा, बिसाहूलाल सिंह, यशोधरा राजे, भूपेंद्र सिंह, ऐंदल सिंह कंसाना, बृजेंद्र प्रताप सिंह, विश्वास सारंग, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न तोमर, प्रेम सिंह पटेल, ओमप्रकाश सकलेचा, उषा ठाकुर, अरविंद सिंह भदौरिया, मोहन यादव, हरदीप सिंह डंग, राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव, भारत सिंह कुशवाह, इंदर सिंह परमार, रामखिलावन पटेल, रामकिशोर कांवरे, बृजेंद्र सिंह यादव, गिर्राज दंडोतिया, सुरेंद्र धाकड़, ओपीएस भदौरिया।