Neemuch News: एमपी के नीमच में दबंगों ने दलित दूल्हे को घोड़ी चढ़ने से रोका, पुलिस को घेरा बनाकर करवानी पड़ी शादी

Neemuch News: पुलिस अधिकारी 100 से ज्यादा जवानों को लेकर पहुंच गए। पुलिस ने राहुल को घोड़ी पर बिठाया, निकासी कराई गई, इसके बाद दलित युवक राहुल (Dalit Men Rahul) की बारात निकाली गई...

Update: 2022-01-28 08:01 GMT

(एमपी के नीमच में दबंगों के खौफ से पुलिस को करानी पड़ी दलित युवक की शादी)

Neemuch News: देश की आजादी के 75 साल बाद भी समाज में ऊंच-नीच की खाईं पट नहीं पा रही। समाज में आज भी दलित कम्युनिटी (Dalit Community) को अच्छी नजर से नहीं देखा जाता है। ताजा मामला मध्य प्रदेश के नीमच जिले के सारसी गांव में देखने को मिला। जहां एक दलित परिवार के यहां युवक की शादी थी लेकिन गांव के कुछ दबंगों ने उसे घोड़ी पर बैठकर बारात निकालने से मना कर दिया।

और तो और दूल्हे के परिवार को धमकी दी जा रही थी। दहशतजदा परिजनों की शिकायत पर पुलिस अधिकारी बल सहित मौके पर पहुंच गए और दूल्हे को घोड़ी पर बिठाकर बारात निकलवाई गई। शादी में लगभग 100 से अधिक पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में दूल्हा घोड़ी चढ़ पाया।

जानकारी के मुताबिक नीमच (Neemuch) के मनासा थाना क्षेत्र के सारसी गांव में कुछ ऊंची जाति के दबंग लोगो ने दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठकर बारात ना निकालने की चेतावनी दी थी जिसके बाद पुलिस ने गांव को छावनी में तब्दील किया तब युवक की बारात निकल पाई। दूल्हे राहुल मेघवाल (Rahul Meghwal) की माने तो कुछ दबंगों ने उनके पिता को डरा धमकाकर कहा था की, वो अपने बेटे की बारात गांव में मंदिर के सामने से घोड़ी पर बैठकर ना निकाले। नही तो उन्हें एक साल में गांव छोड़ना पड़ेगा।

नीमच में दलित युवक राहुल मेघवाल आज शुक्रवार 28 जनवरी बारात निकासी के लिए घोड़ी पर बैठा, तभी गांव के दबंग पहुंच गए और दूल्हे को घोड़ी से मंदिर के सामने से निकलने से मना कर दिया। दबंगों की भीड़ देखकर परिवार के सदस्यों सहित गांव के अन्य लोग व रिश्तेदार घबरा गए। तत्काल पुलिस को खबर दी गई। जिसपर पुलिस अधिकारी 100 से ज्यादा जवानों को लेकर पहुंच गए। पुलिस ने राहुल को घोड़ी पर बिठाया, निकासी कराई गई, इसके बाद दलित युवक राहुल (Dalit Men Rahul) की बारात निकाली गई।

पुलिस के अधिकारी व जवान आगे व पीछे सुरक्षा देते हुए चले तब बारात निकाली जा सकी। वहीं बाराती डीजे की धुन पर जमकर नाचे, घोड़ी पर बैठा दूल्हा भी बहुत खुश नजर आया। पुलिस अधिकारियों ने दलित युवक की बारात को लेकर पूरे गांव में छावनी में तब्दील कर दिया था। सुरक्षा के इंतजामों के बीच दबंगों को अपने घरों के अंदर रहने के लिए मजबूर होना पड़ा।

इस घटनाक्रम को लेकर दलित युवक राहुल मेघवाल ने कहा कि 21 वीं सदी में भी पुलिस अधिकारियों व बल की उपस्थिति में बारात निकालना पड़े यह अच्छी बात नहीं है, सामाजिक भेदभाव के कारण ऐसी स्थिति निर्मित हुई है कि मंगल कार्याे में पुलिस बुलाना पड़ रही है। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में यह कोई पहला मौका नहीं है बल्कि इससे पहले सागर में भी इसी तरह का प्रकरण सामने आ चुका है।

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