'बच्चा-बच्चा राम का चाचियों के काम का' उज्जैन में आपत्तिजनक नारे लगाकर माहौल खराब करने की कोशिश में भगवाधारी
उज्जैन में लगातार माहौल ख़राब करने की कोशिश की जा रही है। यहां हर दूसरे रोज़ रैली, भड़काऊ भाषण लगाए जा रहे हैं। बावजूद इसके प्रशासन महज बैरिकेडिंग लगाने-करने में बिजी है...
मध्य प्रदेश के उज्जैन में लगातार माहौल बिगाड़ने की हो रही कोशिश. (photo-social media)
जनज्वार ब्यूरो, भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन में लगातार माहौल ख़राब करने की कोशिश की जा रही है। यहां हर दूसरे रोज़ रैली, भड़काऊ भाषण लगाए जा रहे हैं। बावजूद इसके प्रशासन महज बैरिकेडिंग लगाने-करने में बिजी है। मामा राज में उज्जैन, इन्दौर और खंडवा आग की ढेरी पर बैठा बताया जा रहा है।
इन लगने वाले आपत्तिजनक नारों पर SSP नाम के यूजर लिखते हैं, 'दशरथ के पोते लवकुश तो कभी ऐसे नारे नहीं लगाते थे लक्ष्मण, भरत या शत्रुघ्न की पत्नियों के लिए। किसी भी हिंदू ग्रंथ में ऐसे नारे का उल्लेख नहीं। ये नारे नहीं बल्कि हिंदू धर्म के स्वरुप को बिगाड़ने की कवायद लगती है।'
इस घटना पर ट्वीटर यूजर विकास लिख रहे हैं कि, '#उज्जैन #इंदौर और उसके आसपास क्षेत्र को दंगो की आग में झोंकने का प्रयास चल रहा सत्ता पोषित कुकुर संघटन षणयंत्र रच रहे पुलिस प्रशासन राजनीतिक दबाव से नपुंसको की तरह मजबूर होकर सब देख रहा।'
नरेंद्र सिंह नाम के यूजर एंकर रूबिका लियाकत को टैग करते हुए लिखते हैं, '#तालिबानी #अफ़ग़ानिस्तान में नही बल्कि अपने देश के कोने कोने में मोजूद है। उम्मीद हे नए भारत में ऐसे नारे लगने पर #GodiMedia को कोई आश्चर्य नहीं हुआ होगा।' वहीं अकील शेख नाम के यूजर लिखते हैं, 'ऐसा नारा कोई मुस्लिम लगा देता तो पूरे मुल्क में नंगा नाच करते ये नारंगी।'