मध्यप्रदेश के इंदौर में चीखता रहा बेटा, बिना मास्क लगाए पिता को जमीन पर लिटाकर पीटती रही पुलिस
इंदौर पूर्व के पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने बताया कि इस घटना में हमने 2 पुलिसकर्मी को एसपी लाइन में अटैच किया है। ये जो फरियादी हैं, वो नशा करता है और अपराधी भी है। उसका रिकॉर्ड देखा है.....
जनज्वार/इंदौर। मध्य प्रदेश की राजधानी इंदौर में तो कोरोना के नाम पर पुलिस कुछ ऐसी ज्यादती कर रही कि अब सरकार पर सवाल उठने लगे हैं। दरअसल इंदौर की एक मार्मिक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जहां खाकी पर ऐसे दाग लगे हैं जो किसी भी तरह से मिटाए नहीं जा सकते। महज मास्क ना पहनने पर पुलिस ने यहां एक व्यक्ति को उसके बेटे के सामने ही पीट दिया।
दरअसल, घटना इंदौर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के फिरोज गांधी नगर मालवा मिल चौराहे की है जहां कृष्णा कुंजिर नामक युवक की दो पुलिस जवानों कमल प्रजापत और धर्मेंद्र जाट ने जमकर मारपीट की। इस दौरान उसका मासूम बेटा पिता को न पीटने की गुहार लगाता रहा लेकिन पुलिस की गुंडागर्दी सरेराह जारी रही।
इधर, पुलिस के आला अधिकारी खाकी पर लगे दाग को धोते नजर आ रहे हैं और उल्टा पीड़ित को स्मैक का नशाखोर बताते हुए उसके पुराने अपराधों का बचाव में इस्तेमाल कर रहे. दरअसल, खाकी कितना ही बचाव इस मामले में कर ले लेकिन उसे ये पता नहीं कि, ये मानवाधिकारों का हनन है जो खुद कानून की तमाम धाराओं की जानकार है।
इंदौर पूर्व के पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने बताया कि इस घटना में हमने 2 पुलिसकर्मी को एसपी लाइन में अटैच किया है। ये जो फरियादी हैं, वो नशा करता है और अपराधी भी है। उसका रिकॉर्ड देखा है। इसके पहले का वीडियो काट कर डाला गया है जो सही वीडियो है वो अभी आया नहीं है। पहले उसने हमारे पुलिसकर्मी की वर्दी पकड़ी थी इसके बाद हमारे जवानों ने उस को पकड़ा था।
पीड़ित के बेटे यश कुंजिर ने बताया कि मेरे दादा जी जो हॉस्पिटल में भर्ती हैं। हम पापा के साथ उनका टिफिन लेकर जा रहे थे, तभी पुलिस ने मेरे पापा को बहुत मारा। मेरी एक बात नहीं सुनी। उनका सिर्फ मास्क नीचे था। मैंने उनको बचाने की कोशिश की तो मुझे भी धक्का दे दिया। उन्होंने मेरे पापा की गर्दन पकड़ रखी थी। मैंने देखा था कि उनका सिर्फ मास्क नीचे था। मेरे पापा सर, सर करते रहे पर पुलिस वाले मारते रहे।
पीड़ित कृष्णकांत कुंजिर ने बताया कि मुझे मारा गया, मेरा मास्क नीचे था। पुलिस ने मेरी एक बात भी नहीं सुनी। मुझे चोट लगी है पर वो माने नहीं और मारना पीटना चालू कर दिया। मैंने बहुत कोशिश की पर वो मारते रहे। मुझे बहुत चोट लगी है।