विकास दुबे के नाम पर घोषित 5 लाख की ईनाम राशि महाकाल के सिक्योरिटी गार्ड को देगी सरकार?

जिस गुंडे विकास दुबे को पकड़ने में देश के 6 राज्यों की पुलिस खाक छान रही हो और उसे पकड़ने में सफल एक सामान्य सा सिक्योरिटी गार्ड होता है, ऐसे में सवाल है ईनाम की राशि 5 लाख गार्ड को क्यों नहीं मिलनी चाहिए...

Update: 2020-07-09 13:41 GMT

उज्जैन। उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिकरू गांव में 6 दिन पहले 8 पुलिसकर्मियों को मुठभेड़ के दौरान गोलियों से छलनी कर दिया था। यूपी पुलिस ने उसकी जानकारी देने वालों के लिए 5 लाख का इनाम रखा था। ऐसे में सवाल है कि अब जबकि हिंस्ट्रीशीटर गुंडा विकास दुबे गिरफ्तार हो चुका है तो इनाम की ​राशि क्या महाकाल मंदिर में तैनात निजी सुरक्षा गार्ड को दी जाएगी, जिसने उसे पकड़वाया है।

गौरतलब है कि भले ही हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे उत्तर प्रदेश की पुलिस को सात दिन तक चकमा देने में कामयाब रहा, मगर वह मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर में तैनात निजी सुरक्षा एजेंसी के कर्मचारी की नजरों से नहीं बच सका।

महाकाल मंदिर के एक दुकानदार और सुरक्षा कर्मी की बदौलत विकास दुबे को पकड़ लिया गया। इस बात की पुष्टी ​जनपद के जिलाधिकारी भी करते हैं।

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उज्जैन के जिलाधिकारी आशीष सिंह का कहना है, 'विकास दुबे जब मंदिर में दर्शन करने पहुंचा तो एक दुकानदार को उसके हुलिया के आधार पर शक हुआ। बाद में यही बात निजी सुरक्षा एजेंसी के एक कर्मचारी ने पकड़ी और जब संबंधित से पूछताछ की गई तो उसने खुद के विकास दुबे होने की पुष्टि की।'

सूत्रों का कहना है कि विकास दुबे पीछे के दरवाजे से मंदिर में दर्शन के लिए गया था। उस पर एक सुरक्षाकर्मी लगभग दो घंटे तक नजर बनाए रखा और बाद में उसकी पहचान हुई और पकड़ा गया। इस सुरक्षाकर्मी की सजगता की बदौलत विकास को मंदिर से निकलने से पहले ही घेर लिया गया।

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