जैसे धृतराष्ट्र को दुर्योधन में कमी नहीं दिखती थी, ठीक वैसे ही ECI को TV चैनलों की चुनौती दिखनी बंद हो गई है
भारतीय न्यूज चैनल चुनाव आयोग को लगातार चुनौती दे रहे हैं। चैनल अब भी भाजपा (BJP) को वोट देने और कमल के निशान वाली बटन दबाने जैसी बातें कहते नजर आ रहे हैं...
UP Election 2022: सोशल मीडिया पर लोग चुनाव आयोग को कोस रहे हैं। कह रहे हैं चुनाव आयोग धृतराष्ट्र बन गया है। हालांकि, महाभारत (Mahabharat) में धृतराष्ट्र का किरदार अंधा था। लेकिन पुत्र मोह में डूबे धृतराष्ट्र को दुर्योधन (Duryodhan) की कमियां बताने पर भी सुनाई देनी बंद हो गईं थीं। ठीक महाभारत की तरह लोग चुनाव आयोग को निष्पक्षता की दुहाई चीख-चीख कर दे रहे हैं, लेकिन...
भारतीय न्यूज चैनल चुनाव आयोग को लगातार चुनौती दे रहे हैं। चैनल अब भी भाजपा (BJP) को वोट देने और कमल के निशान वाली बटन दबाने जैसी बातें कहते नजर आ रहे हैं। वे लगातार बता रहे हैं कि इस देश में अब चुनाव आयोग (ECI) जैसी कोई संस्था बची नहीं रह गयी है।
न्यूजलांड्री के संपादक अतुल चौरसिया ने अमीश देवगन और नेटवर्क 18 को टैग कर लिखा है कि, 'नेता लोकतंत्र से बलात्कार करें सो करें तुम लोग @HindiNews18 और @AMISHDEVGAN, उनके कुकर्म का औजार क्यों बन गए हो बेशर्मों। चुनाव प्रचार 24 घंटे पहले खत्म हो चुका है, आगे मतदान का कोई चरण भी नहीं है। थुड़ी है तुम लोगों पर।'
यूपी में चुनाव प्रचार समाप्त हो गए हैं और आज वोटिंग चालू है। और इससे पहले यानी कल शाम तक एबीपी, न्यूज 18, टाइम्स नाउ पर योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का इंटरव्यू चलता रहा।
सुपर एंकर नविका ने योगी से कहा- 'लोग 80-20 को कम्युनल समझ रहे। क्या वे आपको मिसअंडरस्टैंड करते हैं।' एबीपी के पत्रकार कह रहे हैं- 'मेडिकल कॉलेज एईएस से मरने वाले बच्चों का गवाह रहा है। आपने इसे नियंत्रित किया है। कितना मुश्किल था?' जिसपर योगी अपना रटा-रटाया डॉयलाग छोड़ रहे हैं। कोई सवाल नहीं, कोई जवाब नहीं बस प्रचार ही प्रचार।