Maharashtra News : शिवसेना के 12 सांसदों के साथ संसद पहुंचे एकनाथ शिंदे, लोकसभा में शिंदे गुट को मिली मान्यता
Maharashtra News : एकनाथ शिंदे ने शिवसेना पर दावा ठोकते हुए लोकसभा स्पीकर के सामने 12 सांसदों को अपने समर्थन में पेश कर दिया है, एकनाथ शिंदे का दावा है कि शिवसेना के 19 में से 18 सांसदों का समर्थन उनके पास है...
Maharashtra News : महाराष्ट्र में सियासी संकट पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नया दांव चल दिया है। एकनाथ शिंदे ने शिवसेना पर दावा ठोकते हुए लोकसभा स्पीकर के सामने 12 सांसदों को अपने समर्थन में पेश कर दिया है। एकनाथ शिंदे का दावा है कि शिवसेना के 19 में से 18 सांसदों का समर्थन उनके पास है।
राहुल शेवाले को शिवसेना के नेता के तौर पर दी मान्यता
आज शाम को स्पीकर ओम बिड़ला ने भी बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे समर्थक सांसद राहुल शेवाले को लोकसभा में शिवसेना के नेता के तौर पर मान्यता दे दी। राहुल शेवाले दक्षिण मध्य मुंबई से पार्टी के सांसद हैं। शेवाले ने ही राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी को समर्थन देने के लिए उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी थी।
एकनाथ शिंदे गुट में ये 12 सांसद शामिल
बता दें कि एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल होने वाले सांसदों में श्रीकांत (एकनाथ) शिंदे, राहुल शेवाले, भावना गवली, हेमंत गोडसे, राजेंद्र गावित, सदाशिव लोखंडे, हेमंत पाटिल, संजय मांडलिक, धैर्यशील माने, श्रीरंग बार्ने, कृपाल तुमाने और प्रतापराव जाधव शामिल हैं।
उद्धव ठाकरे ने वरिष्ठ पदाधिकारियों की बुलाई बैठक
वहीं, मुंबई में उद्धव ठाकरे ने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। साथ ही महानगरपालिका अध्यक्षों को भी इस मीटिंग में शामिल रहने का निर्देश दिया गया है। बता दें कि विधायकों की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे ने 29 जून को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
शिवसेना के 12 सांसदों को दी गई वाई प्लस सुरक्षा
शिवसेना के 12 सांसदों को केंद्र सरकार की ओर से वाई प्लस सुरक्षा दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना के 19 में से 12 सांसद अलग गुट का दावा लोकसभा में पेश कर सकते हैं। महाराष्ट्र संकट को लेकर अब सबकी नजर 20 जुलाई को होने वाली सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर है। चीफ जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस कृष्ण मुरारी और हेमा कोहली की बेंच उद्धव ठाकरे की अगुआई वाले खेमे और एकनाथ शिंदे खेमे की याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही शिवसेना की लड़ाई में नया मोड़ आएगा।