Maharashtra : शिंदे के कुनबे में बागी विधायकों की संख्या में इजाफे का सिलसिला जारी, सवाल - उद्धव का अंत तक कौन देगा साथ?

Maharashtra : एकनाथ शिंदे गुट में लगातार शिवसेना विधायकों की बढ़ती संख्या को देखकर अहम सवाल यह उठ रहा है कि सीएम उद्धव ठाकरे का अंत तक कौन देगा साथ, क्या कोई उनके पास साथ देने वाला बचेगा या नहीं।

Update: 2022-06-24 04:09 GMT

Maharashtra : महाराष्ट्र की राजनीति में शह और मात का खेल जारी है। शिवसेना के विधायक ( Shiv Sena MLAs ) एक-एक कर उद्धव ठाकरे ( Uddhav Thackeray ) का साथ छोड़ रहे हैं तो दूसरी तरफ गुवाहाटी ( Guwahati ) में बैठे बागी नेता एकनाथ शिंदे ( Eknath Shinde ) का गुट और ज्यादा मजबूत होता जा रहा है। माना जा रहा है कि शिंदे गुट में शिवसेना विधायकों की संख्या आज 50 तक पहुंच जाए। ऐसे में अहम सवाल यह उठ रहा है कि सीएम उद्धव ठाकरे का अंत तक कौन देगा साथ, क्या कोई उनके पास साथ देने वाला बचेगा या नहीं। या फिर ये सब एमवीए ( MVA ) से बाहर निकलने की रणनीति के तहत हो रहा है।

ऐसे हालात में कुछ कर पाएंगे शरद पवार!

दूसरी तरफ सबकुछ जानते हुए महाराष्ट्र की राजनीति के भीष्म पितामह यानि शरद पवार ( Sharad pawar ) कुछ नहीं कर पा रहे हैं। वो चाहते हैं एमवीए सरकार अस्तित्व में रहे, लेकिन अब उनके लिए एनसीपी और कांग्रेस समर्थित एमवीए सरकार ( MVA government ) को बचा लेना मुश्किल है। यही वजह है कि शरद पवार ने सीएम आवास छोड़ने के उद्धव के फैसले पर नाराजगी तो जताई है, लेकिन वो उन्हें सहला भी रहे हैं कि आप कोशिश करो, हम आपके साथ अंत तक हैं। महा विकास अघाड़ी सरकार बचाने के लिए शरद पवार ( Sharad Pawar ) भी एक्शन में हैं। उन्होंने शिंदे के साथियों को दो टूक संदेश देते हुए कहा कि उनको बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। पवार बोले कि विधानसभा के फ्लोर पर बहुमत का फैसला होगा।

शिंदे गुट पर अब लागू नहीं होगा दल बदल कानून

गुरुवार यानि 23 जून को शिवसेना की बैठक में केवल 13 MLA पहुंचे थे। इनमें आदित्य ठाकरे का नाम भी शामिल है। हालांकि गुरुवार देश शाम उद्धव ठाकरे ( Uddhav Thackeray ) गुट ने दावा किया कि उनके पर 17 विधायक हैं। जबकि महाराष्ट्र में शिवसेना के 55 विधायक हैं। यानी उद्धव गुट खुद मान रहा है कि दल बदल विरोधी कानून से बचने के लिए शिंदे गुट ने 37 विधायकों की संख्या हासिल कर ली है। शिंदे गुट ने दावा किया है कि उन्हें शिवसेना के 42 विधायकों का समर्थन हासिल है। इसमें से 37 विधायक शिंदे के पास गुवाहाटी पहुंच चुके हैं। यानी अब शिंदे गुट पर दल-बदल कानून लागू नहीं होगा।

पार्टी के सिंबल पर भी दावे की तैयारी

ना ही नहीं, बताया तो यह भी जा रहा है कि एकनाथ शिंदे ( Eknath shinde ) का गुट शुक्रवार को पहले से ज्यादा मजबूत हो जाएगा। आज कुछ और विधायक गुवाहाटी पहुंच सकते हैं। आज शिंदे के गुट में शामिल शिवसेना के विधायकों की संख्या 50 पार जा सकती है। एकनाथ शिंदे का ग्रुप पार्टी के सिंबल धनुष और बाण पर अपना दावा जताने वाला है।

शिवसेना विधायक ने उद्धव पर बोला हमला

गुवाहाटी में मौजूद बागी विधायक संजय सिरसात ने उद्धव ठाकरे पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कई मौकों पर उद्धव ठाकरे को बताया गया था कि कांग्रेस और एनसीपी शिवसेना को खत्म करने की कोशिश कर रही है। विधायकों ने कई बार उद्धव से मिलने का वक्त मांगा लेकिन वह कभी नहीं मिले।

सबकी नजर डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल पर

शुक्रवार को सबकी नजरें डिप्टी स्पीकर नरहरि जरवाल ( Narhari Zirwal ) पर रहेगी। गुरुवार को उद्धव गुट ने उनको 12 बागी विधायकों की लिस्ट (शिंदे समेत) दी है। उनको अयोग्य ठहराने की मांग उठी है। दूसरी तरफ शिंदे ने खुद को विधायक दल का नेता बताया है। उन्होंने भी डिप्टी स्पीकर को पत्र भेजा है। महाराष्ट्र ( Maharashtra ) की राजनीति के इस खेल में अब बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ( Eknath shinde ) धीरे-धीरे खुलकर बोलने लगे हैं। उन्होंने इशारों में BJP को सुपर पॉवर बताया है। बागी विधायकों से उन्होंने बोला है कि डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि सबसे बड़ी ताकत यानि भाजपा हमारे साथ है। इस बीच कल दो और विधायक गुवाहाटी पहुंचे। आज भी तीन से चार विधायक गुवाहाटी पहुंच सकते हैं। 

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