Mahoba News : इटावा में दहेज पीड़िता की मदद के बहाने कोतवाल ने होटल में बुलाकर किया था रेप, महोबा में तैनाती के बाद मिली जेल
पुलिस ने इंस्पेक्टर पर बलात्कार के साथ पॉक्सो एक्ट की धारा भी लगाई है। पूछताछ के बाद शुक्रवार को महोबा पुलिस ने आरोपी इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया....
Mahoba News : उत्तर प्रदेश के इटावा (Etawah) में तैनाती के दौरान एक दहेज उत्पीड़न की शिकार नवविवाहिता की मदद के बहाने इंस्पेक्टर ने होटल में बुलाकर उसके साथ कई बार दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। विवाहिता जब गर्भवती हुई तब इस प्रकरण का खुलासा हुआ। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी इंस्पेक्टर को महोबा जिले की कुलपहाड़ कोतवाली से हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है।
बताया जा रहा कि जिस समय नवविवाहिता के साथ आरोपी ने दुष्कर्म किया, उस समय वह नाबालिग थी। इसलिए पुलिस ने इंस्पेक्टर पर बलात्कार के साथ पॉक्सो एक्ट की धारा भी लगाई है। पूछताछ के बाद शुक्रवार को महोबा पुलिस ने आरोपी इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक, इटावा जिले के भरेह थाना क्षेत्र के एक गांव की नवविवाहिता ने एसएसपी जय प्रकाश को तहरीर देकर बताया था कि कुछ समय पहले उसने पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की शिकायत भरेह थाने में की थी। जिस पर पुलिस ने समझौता करा दिया था। भरेह थाना में तैनात रहे थाना प्रभारी महेंद्र प्रताप सिंह का तबादला बाद में चकरनगर थाने में हो गया। पीड़िता की ससुराल भी चकरनगर में ही है।
पीड़िता का यह है आरोप
पीड़िता के मुताबिक, वहां पहुंचने पर आरोपी थाना प्रभारी ने जबरदस्ती उसके ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया और उस पर थाने आने का दबाब बनाने लगा। 28 जनवरी 2021 को वह थाने पहुंची तो इटावा कोर्ट में बयान देने के लिए चलने को कहा गया। उस दिन बयान न होने की बात कहकर इंस्पेक्टर स्टेशन रोड स्थित एक होटल में उसे ले गए। यहां उसके साथ दुष्कर्म किया। उसकी अश्लील फोटो और मोबाइल से वीडियो बनाया। मामले की शिकायत करने पर पति को जेल भेजने की धमकी दी।
पीड़िता ने बताया कि 7 फरवरी को फिर इटावा के एक होटल में बुलाकर महेंद्र प्रताप सिंह ने उसके साथ दुष्कर्म किया। मामले में पीड़िता ने 4 अक्तूबर को तत्कालीन एसएसपी को अर्जी दी थी। मामले की जांच सीओ राकेश वशिष्ठ को सौंपी गई थी। कोई कार्रवाई न होने पर पीड़िता ने गुरुवार को एसएसपी जय प्रकाश सिंह को तहरीर दी थी। एसएसपी ने बताया कि मामले में सिविल लाइन थाने में आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है।
कोतवाली में प्रभारी निरीक्षक पद पर तैनात था आरोपी
इटावा से दारोगा महेंद्र पाल सिह का स्थानांतरण महोबा हो गया। महोबा की कुलपहाड़ कोतवाली में तैनात महेन्द्र पाल सिंह को इसकी भनक ही नहीं लगी कि उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई होने जा रही है। इटावा एसएसपी के कार्रवाई के निर्देश के बाद इटावा से आई पुलिस टीम ने कुलपहाड़ कोतवाली पहुंचकर आरोपी इंस्पेक्टर को पूछताछ के लिए हिरासत में लेकर इटावा ले गई।
आरोपी के खिलाफ बलात्कार के साथ पाॅक्सो एक्ट
नवविवाहिता के साथ जिस समय दुष्कर्म हुआ, उस समय वह नाबालिग थी। घटना के समय पीड़िता की उम्र 17 साल 5 महीने व 7 दिन थी। पीड़िता ने इटावा एसएसपी के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व महिला आयोग से भी शिकायत की थी। ट्विटर पर मामले के वायरल होने के बाद पुलिस को हरकत में आना पड़ा। पीड़िता के नाबालिग होने के कारण इटावा पुलिस ने आरोपी इंस्पेक्टर महेन्द्र पाल सिंह के खिलाफ बलात्कार व पाॅक्सो एक्ट की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पूछताछ के बाद शुक्रवार को इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।