Mathura News : 6 दिसंबर को मथुरा में आग लगाना चाहता है संघी गिरोह, चार साल में हवा हुए विकास के खोखले दावे

Mathura News : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद से मथुरा जन्मभूमि प्रकरण जोर पकड़ रहा है....

Update: 2021-12-01 10:30 GMT

(विस चुनाव से पहले फिर शुरु हुआ सांप्रदायिक राजनीति का खेल)

दिनकर कुमार की रिपोर्ट

Mathura News : खोखले विकास के सहारे अपनी चुनावी नाव को डूबते देख संघी गिरोह 6 दिसंबर को मथुरा में आग लगाना चाहता है। यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के एक ट्वीट ने यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा-संघ (BJP-RSS) के सांप्रदायिक राजनीति की तैयारी को उजागर कर दिया है। उन्होंने बुधवार को ट्वीट किया कि अयोध्या काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है मथुरा (Mathura) की तैयारी है। इसके बाद कई कयास लगने शुरू हो गए हैं।

अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Temple) निर्माण शुरू होने के बाद से मथुरा जन्मभूमि प्रकरण जोर पकड़ रहा है। विगत वर्ष राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगदगुरु वासुदेवानंद सरस्वती ने भी कहा था कि पहले राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। राम मंदिर बनने के बाद काशी विश्वनाथ और मथुरा की कृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए काम किया जाएगा। इसे कोई रोक नहीं सकता है। यूपी में विधानसभा चुनाव को कुछ ही समय शेष है ऐसे में नफरत के एजेंडे को और मजबूत करने के लिए अब भाजपा ने नेता कार्य कर रहे हैं।

विगत माह भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा और क्रीडास्थली वृंदावन को योगी आदित्यनाथ ने तीर्थस्थल घोषित किया था। प्रदेश सरकार ने मथुरा-वृंदावन नगर निगम के 22 वार्डों को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित करते हुए वहां मांस-मदिरा की बिक्री को प्रतिबंधित किया। जिसके बाद साधु-संतों ने इस फैसले का स्वागत किया था। 10 नवंबर 2021 को ब्रज रज उत्सव का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। इस दौरान उन्होंने 500 संत-महंतों के साथ भोजन व उनका सम्मान करने के साथ ही उनके साथ थोड़ा वक्त भी बिताया। इससे संदेश यही गया था कि हिंदुत्व ही उनका मुख्य एजेंडा रहेगा।

6 दिसंबर को आग लगाने की जो भूमिका बनाई गई है उसके बारे में गोदी मीडिया बता रहा है कि कृष्ण जन्मभूमि के आसपास धारा 144 लगा दी गई है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। यहां तक कि सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। बीते 24 घंटे में भगवान कृष्ण की नगरी में माहौल गरमा गया है।

मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि से सटी है शाही मस्जिद। जिसका निर्माण 17वीं सदी में हुआ था। इसी मस्जिद में मूर्ति स्थापित किए जाने की घोषणा एक संगठन की तरफ से की गई। दरअसल, अखिल भारत हिंदू महासभा ने 6 दिसंबर को शाही मस्जिद में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति स्थापित करने का ऐलान किया था। संगठन ने 6 दिसंबर को शाही मस्जिद ईदगाह में भगवान कृष्ण के जलाभिषेक और पूजा की भी घोषणा की। 29 नवंबर को नारायणी सेना ने भी मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान प्रकरण को लेकर शाही ईदगाह पर संकल्प यात्रा की घोषणा की थी। ये संकल्प यात्रा यमुना के विश्राम घाट से श्रीकृष्ण जन्मस्थान तक जानी थी। पुलिस ने इस संकल्प यात्रा को गंभीरता से लेते हुए 28 नवंबर को एक होटल से लखनऊ से नारायणी सेना के कोषाध्यक्ष, प्रदेश सचिव समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

इसके अलावा श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति दल ने भी 6 दिसंबर को काशी मथुरा संकल्प यात्रा का आह्वान किया है। हालांकि इस संगठन ने मस्जिद में मूर्ति स्थापित करने की योजना से किनारा किया है। कृष्ण जन्मभूमि से सटी शाही मस्जिद को लेकर मामला अदालत में है क्योंकि इसकी जमीन पर हिंदू पक्ष ने दावा किया था और इसको लेकर अभी सुनवाई चल ही रही है। लेकिन 6 दिसंबर वाली अफवाह और मथुरा में माहौल बिगाड़ने की कोशिश को लेकर यहां तनाव का माहौल है।

इससे पहले मथुरा में तनाव को लेकर सीआरपीएफ महानिदेशक की रिपोर्ट का जिक्र कई मीडिया रिपोर्ट्स में किया गया। इसमें बताया गया कि रिपोर्ट से केंद्रीय सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड में आ गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि 24 नवंबर 2021 को सीआरपीएफ महानिदेशक ने मथुरा से जुड़ी स्पेशल रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी है। इसमें कानून-व्यवस्था को लेकर खतरा पैदा होने की आशंका जताई गई है। मथुरा को लेकर अत्यधिक सुरक्षा बरते जाने की बात कही गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जब से तनाव बढ़ा है तब से मथुरा के एक धर्म से जुड़े धार्मिक स्थल में चहल-पहल बढ़ी है।

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