मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा - भीख मांगने की जरूरत नहीं, 2 साल बाद खुद की सरकार बनाइए
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जींद के कंडेला गांव में खाप पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि दो साल बाद चुनाव है। एक साथ वोट करोगो तो केंद्र की सरकार भाग खड़ी होगी।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने और पांच राज्यों में चुनाव की वजह से देशभर के किसान चुप हैं, लेकिन मेघालय के राज्यपाल ( Meghalaya Governor ) सत्यपाल मलिक ( Satyapal malik ) उनके अंदर के असंतोष को हवा दे रहे हैं। मोदी सरकार ( Modi Government ) से नाराज सत्यपाल मलिक ने हरियाणा ( Haryana ) के जींद ( Jind ) जिले के कंडेला गांव में खाप द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मुझे चुप रहने के लिए राष्ट्रपति बनने का ऑफर दिया गया है? लेकिन मेरे लिए पद का कोई मायने नहीं है।
भीख मांगने की जरूरत नहीं, खुद की सरकार बनाइए
उन्होंने खाप में आये किसानों व उनके प्रतिनिधियों से कहा कि मैंने चौधरी चरण सिंह के साथ काम किया है। वो मुझे बेटा कह कर बुलाते थे। सत्यपाल मलिक ( Satya Pal Malik ) ने आगे कहा कि मैं अपील करता हूं कि अब आप सड़कों पर बैठना और धरना देना छोड़ दीजिए। खुद की सरकार बनाइए। नाम लिए बगैर कहा कि मोदी सरकार को बदल दीजिए। किसी से भीख मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी।।
पीएम पर लगाया किसानों की उपेक्षा का आरोप
खाप पंचायत को संबोधित करते हुए सत्यपाल मलिक ( Satya pal malik ) ने कहा कि जब एक कुत्ता मरता है तो दिल्ली से शोक संदेश जारी हो जाता है। हमारे 700 किसान मर गए, लेकिन उनके लिए एक भी शोक संदेश नहीं भेजा गया। पीएम आंदोलन स्थल से सिर्फ 10 किलोमीटर की दूरी पर रहते हैं लेकिन उन्होंने समस्या का हल नहीं ढूंढना चाहा। इस पर भले ही किसी को शर्म न आई हो, लेकिन मुझे शर्म आई और अपने पद की परवाह किए बगैर किसानों की आवाज को उठाया। जब मैं पूरी घटना से गुस्सा हो गया तब मैंने राज्यपाल पद छोड़ने का फैसला किया और आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए सोचा।
एक कद्दावार मंत्री ने कहा - इस्तीफा जब कहा जाए तभी देना
मैं, केंद्र सरकार के एक मंत्री के पास ये बताने के लिए गया कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि गलती मत करो, किसानों के लिए बोलो, उनके लिए लड़ो, धरने पर बैठे लेकिन इस्तीफा तभी देना जब इसके लिए कहा जाए। इसके बाद मैं प्रधानमंत्री साहब के पास मिलने के लिए गया। मैं यह नहीं बताऊंगा कि प्रधानमंत्री मोदी ( PM Modi ) ने क्या उत्तर दिया, लेकिन यह बहुत दर्दनाक था और मैंने फैसला किया कि मैं अंत तक बोलूंगा। मेरे दोस्तों ने मुझे सुझाव दिया कि अगर आप चुप रहेंगे तो आप राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति बन सकते हैं, लेकिन मैंने कहा कि मैं ऐसे पदों को लात मारता हूं।
टिकैत के खिलाफ शाह से बात कर रुकवाई कार्रवाई
सत्यपाल मलिक ने कहा कि जब 28 जनवरी को राकेश टिकैत रोए और उसके बड़े भाई ने अगले दिन मुजफ्फरनगर में एक महापंचायत बुलाई तो मैंने, राकेश टिकैत पर कार्रवाई रोकने के लिए केंद्रीय मंत्री अमित शाह से बात की और कार्रवाई रुकवाई।
याद रखना 2 साल बाद लोकसभा चुनाव है
मेघालय ( Meghalaya ) के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ( Satya pal Malik ) ने किसानों से कहा कि 2 वर्षों बाद लोकसभा के चुनाव हैं। यदि आप लोग एकजुट होकर वोट करेंगे तो सभी नेता दिल्ली से भाग खड़े होंगे। केंद्र में किसानों की सरकार होगी। उत्तर प्रदेश चुनाव के नतीजे अभी तक नहीं आए हैं, लेकिन इस बार वेस्ट यूपी में एक भी मंत्री गांव में नहीं घुस पाया।
किसानों को देशद्रोही कहने से किया था मना, नहीं मानी बात
26 जनवरी 2021 को लाल किले पर आंदोलनकारी किसानों द्वारा झंडा फहराने के संबंध में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि कि मैंने कहा था कि हमारे लड़कों को देशद्रोही कहने से गुरेज कीजिए। न ही आप उनके खिलााफ मुकदमा दर्ज करें। उन्होंने केवल झंडे को वहां पर लगाया है। वह किसी राजनीतिक दल का झंडा नहीं था, बल्कि निशान साहिब का था। निशान साहिब के लिए हजारों सिखों ने अपने जान की कुर्बानी दी है।