Mercedes-Maybach S650 : 'देश का फकीर' अब चलेगा मात्र 12 करोड़ रुपये की मर्सिडीज से
Mercedes-Maybach S650 : देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार एसपीजी सुरक्षा आवश्यकताओं की पहचान करता है और फिर निर्धारित करता है कि जिस व्यक्ति की रक्षा वे कर रहे हैं उसके एक नए वाहन की आवश्यकता है या नहीं....
Mercedes-Mayback S650 : खुद को फकीर बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अब Mercedes-Maybach S650 बख्तरबंद वाहनों से सजे काफिले से चलते दिखेंगे। मोदी को हाल ही में नई मर्सिडीज मेबैक 650 के साथ पहली बार तब देखा गया था जबा वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से मिलने के लिए हैदराबाद हाउस पहुंचे ते। इस गाड़ी को हाल ही में फिर प्रधानमंत्री के काफिले में देखा गया।
Mercedes-Maybach S650 Guard VR 10 लेवल प्रोटेक्शन के साथ लेटेस्ट फेसलिफ्टेड मॉडल है जो किसी प्रोडक्शन कार में दिया गया अब तक सबसे अधिक प्रोटेक्शन है। खबरों के मुताबिक Mercedes-Maybach ने पिछले साल भारत में S 600 गार्ड को 10.5 करोड़ रुपये में लॉन्च किया था और इसकी कीमत 12 करोड़ से ज्यादा की हो सकती है।
देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार एसपीजी सुरक्षा (SPG Security) आवश्यकताओं की पहचान करता है और फिर निर्धारित करता है कि जिस व्यक्ति की रक्षा वे कर रहे हैं उसके एक नए वाहन की आवश्यकता है या नहीं।
Mercedes-Maybach S650 Guard 6.0 लीटर ट्विन टर्बो V12 इंजन से संचालित है जो 516 bhp और लगभग 900 एनएम का पीक टॉर्क पैदा करता है। इसकी अधिकतम गति 160 किमी प्रति घंटे तक सीमित है।
इस कार की बॉडी और खिड़कियां कठोर स्टील कोर बुलेट का सामना कर सकती हैं। इसे ईआरवी की रेटिंग मिली है। कार में सवार लोग दो मीटर की दूरी पर होने वाले 15 किलो टीएनटी विस्फोट से भी सुरक्षित हैं। खिड़की के इंटीरियर पर पॉली कार्बोनेट का लेप चढ़ाया गया है। कार का निचला हिस्सा किसी भी तरह के विस्फोटों से बचाने के लिए भारी बख्तरबंद है। गैस हमले की स्थिति में केबिन में एक अलग वायु आपूर्ति भी होती है।
Mercedes Maybach S650 Guard के फ्यूल टैंक को एक विशेष सामग्री का कोट चढ़ाया गया है जो हीट की वजह से होने वाले छिद्रों को अपने आप सील कर देता है। यह उसी सामग्री से बना है जिसका उपयोग बाइंग अपने AH-64 अपाचे टैंक अटैक हेलकॉप्टरों के लिए करता है। यह कार विशेष रन फ्लैट टायरों पर चलती है जो क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में टायरों को सपाट कर देते हैं।