बेहद दरियादिल इंसान थे मिल्खा सिंह, खुद पर बनी फिल्म 'भाग मिल्खा भाग' के लिए मात्र 1 रूपये ली थी फीस
मिल्खा सिंह ने फिल्म बनाने की अनुमति देने के बदले निर्माता राकेश ओम प्रकाश मेहरा से मात्र 1 रुपये का नोट लिया था। इस एक रुपये की खास बात यह थी कि एक रुपये का यह नोट साल 1958 का था...
जनज्वार ब्यूरो, चंडीगढ़। फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह की बेटी सोनिया सांवलका ने अपने पिता के जीवन पर किताब लिखी थी। किताब का नाम था 'रेस ऑफ माई लाइफ' यह किताब साल 2013 में प्रकाशित हुई थी। इसके प्रकाशित होने के बाद फिल्म निर्माता राकेश ओम प्रकाश मेहरा ने उनके जीवन पर फिल्म 'भाग मिल्खा भाग' बनाने का निर्णय लिया।
मिल्खा सिंह ने फिल्म बनाने की अनुमति देने के बदले निर्माता राकेश ओम प्रकाश मेहरा से मात्र 1 रुपये का नोट लिया था। इस एक रुपये की खास बात यह थी कि एक रुपये का यह नोट साल 1958 का था। जब मिल्खा ने राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार स्वतंत्र भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता था नोट में उस साल का नंबर लिखा था।
किताब के मुताबिक 1 रुपये का यह नोट पाकर मिल्खा भावुक हो गए थे। यह नोट उनके लिए एक कीमती याद की तरह था। इस फिल्म में अभिनेता फरहान अख्तर ने मिल्खा की भूमिका निभाई थी। फिल्म को देखकर मिल्खा सिंह ने कहा था कि इससे युवाओं को खेलों में देश के लिए मेडल जीतने की प्रेरणा मिलेगी।
'भाग मिल्खा भाग' के प्रदर्शित होने के बाद इसे भरपूर ऑडियंस मिली थी। जिसके बाद फिल्म में मिल्खा सिंह का किरदार निभाने वाले अभिनेता फरहान अख्तर सहित फिल्म में काम करने वाले सितारे चंडीगढ़ सेक्टर 8 स्थित मिल्खा सिंह के घर मुलाकात करने भी पहुंचे थे।
महामहिम रामनाथ कोविंद सहित पीएम मोदी और तमाम हस्तियों ने मिल्खा सिंह के निधन पर शोक जताया है। पीजीआई चंडीगढ़ के प्रवक्ता डॉ अशोक कुमार ने बताया कि मिल्खा सिंह को तीन जून को कोविड आईसीयू में भर्ती कराया गया था। कोविड के साथ उन्होंने बहादुर लड़ाई लड़ी।
पीजीआई चंडीगढ़ में मिल्खा सिंह ने शुक्रवार 18 जून की रात साढ़े 11 बजे अंतिम सांस ली। पीजीआई के निदेशक प्रो. जगतराम ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें हमेशा मैदान पर उनके सपोर्टिंग आइकन और बाहर उनकी असाधारण उपलब्धियों व उनके प्यारे मानवीय व्यक्तित्व के लिए याद किया जाएगा।