अद्भुत मिसाल : मुस्लिम समाज ने मस्जिद को बना दिया कोरोना फैसिलिटी सेंटर, मुफ्त ऑक्सीजन बेड भी दिए जा रहे
कोरोना संकट के बीच मुंबई के ठाणे के भिवंडी शहर से मानवता की एक अद्भुत मिसाल सामने आई. वहां कोरोना मरीजों की मदद के लिए एक मस्जिद को कोरोना फैसिलिटी सेंटर बना दिया गया है.
जनज्वार। कोरोना संकट के बीच मुंबई के ठाणे के भिवंडी शहर से मानवता की एक अद्भुत मिसाल सामने आई. वहां कोरोना मरीजों की मदद के लिए एक मस्जिद को कोरोना फैसिलिटी सेंटर बना दिया गया है. यही नहीं कोविड-19 के मरीजों के लिए फ्री में ऑक्सीजन और बेड का भी इंतजाम किया गया है, ताकि लोगों का बचाया जा सके. यह मस्जिद भिवंडी के शांति नगर इलाके में है, जिसे लोग मक्का मस्जिद के नाम से जानते हैं.
मस्जिद का संचालन जमात-ए-इस्लामी हिंद (जेआईएच) के हाथ में है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबितक जेआईएच के एक पदाधिकारी ने बताया कि मक्का मस्जिद को सभी समुदायों के लिए खोला गया है. यहां ऑक्सीजन सिलिंडरों से लैस पांच बिस्तर मौजदू हैं. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन सिलेंडर लोगों के घर भेजने की भी सुविधा है.
वहीं जेआईएच के भिवंडी चैप्टर के अध्यक्ष औसफ अहमद फलाही कहते हैं, 'भिवंडी-निजामपुर भीड़भाड़ वाला शहर है. कोरोना के दौरान यहां की स्थिति खराब हो रही है. सामान्य चिकित्सकों ने भी संक्रमण के डर से अपने क्लिनिक बंद कर रखे हैं. ऐसे में गरीब लोगों को एक ऐसे केंद्र की जरूरत थी, जहां उन्हें मदद मिल सके.
பிவாண்டி மக்கா மஸ்ஜித் பள்ளிவாசல் ஆக்சிஜன் மையமாக மாற்றப்பட்டு கொரோனா நோயாளிகளுக்கு இலவச சிகிச்சை அளிக்க வசதி செய்யப்பட்டுள்ளது.
— Harun Haaz Mallippattinam🇮🇳 (@Harun90734489) June 26, 2020
Makkah Masjid Bhiwandi, Converted into Oxygen Centre, providing free for COVID-19 Patient by Jamaat-e-Islami, MPJ, Shanti Nagar trust. #Maharastra pic.twitter.com/OHDIGisPpe
यही कारण है कि मस्जिद को कोरोना फैसिलिटी सेंटर में बदल दिया गया है. यहां दो डॉक्टर नियमित रूप से दिन में दो बार मरीजों को देखने आते हैं. जबकि, छह अन्य चिकित्सा कर्मचारी मरीजों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए तैनात रहते हैं. वाकई! यह एक बढ़िया पहल है और असली भारत का एक बड़ा उदाहरण भी.