MP News : मेधा पाटकर समेत 12 लोगों के खिलाफ FIR, दान में मिले 13.5 करोड़ के गबन का आरोप

MP News : मेधा पाटकर ने खुद के खिलाफ खिलाफ दर्ज एफआईआर में अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया है।

Update: 2022-07-11 02:35 GMT

संघ कार्यकर्ता की झूठी शिकायत पर मेधा पाटकर समेत अन्य 11 ट्रस्टियों पर बड़वानी में दर्ज की गई fIR को आंदोलनकारियों ने बताया फर्जी

MP News : मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh ) के बड़वानी में नर्मदा बचाओ अभियान ( Narmada Bachao Abhiyan ) से जुड़ीं और प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ( Medha Patkar ) सहित 12 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस ( Fraud Case ) दर्ज किया गया है। सभी पर नर्मदा नवनिर्माण अभियान एनजीओ को दान में मिले 13.5 करोड़ रुपए के गबन करने का आरोप है। FIR में सभी आरोपियों पर शिक्षा और जनजातीय बच्चों के नाम पर जुटाए गए फंड ( Fund ) का देश विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है।

शिकायतकर्ता ने इस मामले की गंभीरता से जांच की मांग की है। आरोप है कि 14 साल में ट्रस्टियों ने 13 करोड़ से ज्यादा की राशि जमा की लेकिन इस राशि के स्रोत और व्यय का स्पष्ट खुलासा नहीं किया। इस राशि का इस्तेमाल स्कूल के छात्रों और कर्मचारियों को भोजन कराने में किया गया। बैंक से डेढ़ करोड़ की राशि निकाली गई लेकिन निकासी का ऑडिट और खाता स्पष्ट नहीं है।

पाटकर की सालाना आय 6 हजार, बैंक में जमा 19 लाख

इसके अलावा ट्रस्ट के 10 खातों में से 4 करोड़ से ज्यादा की राशि निकाली गई। ट्रस्ट ने दान के पैसों का इस्तेमाल विकास परियोजनाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का प्रबंधन करने में खर्च किया। मेधा पाटकर ( Medha Patkar ) के निजी बचत खाते में 19 लाख से अधिक राशि जमा होने की बात बताई गई है जबकि मेधा पाटकर ने इंदौर के एक कोर्ट में सालाना 6 हजार रुपए की आय होने की बात कही थी।

बदनाम करने की साजिश

अपने व अन्य सहयोगियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर के जवाब में मेधा पाटकर  ( Medha Patkar ) ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक पुलिस की तरफ से कोई सूचना नहीं मिली है लेकिन वह सभी आरोपों का जवाब देने के लिए तैयार हैं। मेधा पाटकर ने कहा कि आर्थिक मुद्दे को लेकर अगर शिकायत है तो हमारे पास ऑडिट रिपोर्ट भी मौजूद है। मेधा पाटकर ( Medha Patkar ) ने कहा कि हमारे अकाउंट्स का ऑडिट होता रहता है। मेधा पाटकर ने कहा कि शिकायतकर्ता एबीवीपी और आरएसएस से जुड़ा है। मेधा पाटकर ने कहा कि शिकायत के पीछे राजनीतिक हित हो सकते हैं। एफआईआर कराने के पीछे मुझे बदनाम करने की मंशा भी हो स​कती हैं।

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