पहली बार 8 सांसद रात में संसद परिसर में दे रहे धरना, किसान बिल के विरोध में हुए हैं निलंबित
राज्यसभा के आठ विपक्षी सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। पहले उन्हें एक सप्ताह के लिए निलंबित किया गया था, इसके बाद आठों सांसद परिसर में महात्मा गांधी की मूर्ति के पास धरना पर बैठे हैं ..
जनज्वार। राज्यसभा के आठ विपक्षी सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। पहले उन्हें एक सप्ताह के लिए निलंबित किया गया था। कृषि बिल के विरोध को लेकर राज्यसभा से निलंबित किए गए सांसद संसद परिसर में धरना पर बैठे हुए हैं। कहा जा रहा है कि ये पूरी रात धरना पर रहेंगे।
इस बीच सोमवार की रात राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद इन सांसदों से मिलने पहुंचे। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि दो कृषि बिल को बिना वोटिंग के पास कर दिया गया, जबकि विपक्षी सांसद विरोध रहे थे। इस मामले में सरकार गलत थी और सजा सांसदों को दी गई।
इससे पहले राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने रविवार को कृषि विधेयक पर चर्चा व उसे पारित कराये जाने के दौरान हंगामा करने वाले आठ विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया था। इन सांसदों ने मोदी सरकार द्वारा सदन में पेश व पारित कराये जा रहे दो कृषि विधेयकों का तीखा विरोध किया था और उसकी प्रतिलिपि उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह छीनने की कोशिश की थी।
जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओब्रायन व डोला सेन, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, कांग्रेस के राजीव सातव, रिपुण बोरा, सैयद नजीर हुसैन, केके रागेश व माकपा के एलामरम करीम शामिल हैं।
पहले इन सांसदों को एक सप्ताह के लिए सभापति वेंकैया नायडू ने निलंबित किया था। यानी ये इस पूरे सप्ताह सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं हो सकते थे। अब इन्हें पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है और ये पूरे सत्र में राज्यसभा की कार्यवाही में भाग नहीं ले सकेंगे।