मुलायम नहीं साधना गुप्ता की बहु हैं अपर्णा यादव, जानिए सूबे के सबसे बड़े सियासी परिवार की क्या है खिचड़ी?

Mulayam Singh Yadav Family: अखिलेश मालती और मुलायम के बेटे हैं जबकि प्रतीक साधना गुप्ता व उनके पति के बेटे हैं। यानी साधना गुप्ता ने जब मुलायम सिंह से शादी की थी तब वह तलाकशुदा थीं। प्रतीक उनकी पहली शादी से ही हुए थे...

Update: 2022-01-19 10:57 GMT

Mulayam Singh Yadav Family: भारतीय जनता पार्टी में समाजवादी परिवार का हिस्सा अपर्णा यादव (Aparna Yadav) शामिल हो गईं। भाजपा से लगाकर मीडिया का एक बड़ा धड़ा इसे बीजेपी की बहुत बड़ी जीत बता रहा है। भक्त मंडली बहुत प्रसन्न हैं। कई मैसेज इस दौरान ऐसे भी दिख रहे जिनमें कहा जा रहा कि अपर्णा के भाजपा में जाने से सपा में खुशी की लहर दर्ज की गई है।

खैर ये सब सियासी नफा नुकसान हैं इनका आंकड़ा पार्टी को लगाना चाहिए। इस दौरान एक धड़े ने अपर्णा को लेकर मुलायम सिंह (Mulayam Singh Yadav) को टारगेट करना शुरू कर दिया। जैसे मुलायम की बहु अपर्णा ने भाजपा का दामन थाम लिया। लेकिन सच इससे विपरीत है, क्योंकि अपर्णा मुलायम की मुँहबोली बहु कही जा सकती हैं। हमारी इस रिपोर्ट में पढ़िए यूपी के इस सबसे बड़े सियासी परिवार की पूरी खिचड़ी...

अपर्णा प्रतीक व सास साधना गुप्ता के साथ

मुलायम सिंह यादव के पिता शुघर सिंह यादव (Sughar Singh Yadav) दो बाई थे। शुघर सिंह और बच्ची लाल यादव। शुघर सिंह के पांच पुत्र हुए जिनमें अभय राम यादव, रतन सिंह यादव, मुलायम सिंह यादव, राजपाल यादव व शिवपाल सिंह यादव। वहीं बच्ची लाल की एक लड़की गीता यादव व पुत्र रामगोपाल यादव थे। रामगोपाल का कुनबा ज्यादा बड़ा नहीं है, उनके पुत्र अक्षय यादव फिरोजाबाद से सांसद हैं। एमिटी से एमबीए अक्षय पिता की तरह ही प्रबल अखिलेश समर्थक हैं।

शुघर सिंह यादव के बड़े पुत्र अभय राम यादव के एक पुत्र धर्मेंद्र यादव बदायूँ से सांसद हैं। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से राजनीतिक विज्ञान में पीजी धर्मेंद्र मुलायम सिंह के बहुत करीब हैं। शुघर सिंह के दूसरे नंबर के पुत्र रतन सिंह यादव का एक पुत्र तेज प्रताप यादव हैं। तेज प्रताप की शादी लालू की बेटी राजलक्ष्मी से हुई। तेज प्रताप पार्टी के सबसे युवा सांसद व शिवपाल यादव के करीबी माने जाते हैं। 

मुलायम सिंह यादव के पुत्र अखिलेश यादव उर्फ टीपू ने आस्ट्रेलिया के सिडनी से पर्यावरण इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है और साल 2000 में राजनीति में कदम रखा। वह पहले मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष रहे तथा फिर 2012 में प्रदेश के सबसे युवा सीएम बने। अखिलेश ने अपनी सहपाठी कन्नौज से सांसद रहीं डिम्पल से प्रेम विवाह किया था। शुघर सिंह के चौथे पुत्र राजपाल यादव की प्रेमलता 2005 में जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं। उनके एक पुत्र अंशुल यादव विधानसभा की तैयारी कर रहे। यह परिवार सभी का खास है।

अखिलेश व डिंपल यादव के साथ अपर्णा

पांचवें पुत्र शिवपाल सिंह यादव। शिवपाल यादव मुलायम के राजनीति में सक्रिय रहने तक उनके कंधे से कंधा मिलाकर चलते रहे। उनकी पत्नी सरला भी राजनीति में सक्रिय हैं। बेटे आदित्य यूपी को-ऑपरेटिव फेडरेशन के चेयरमैन रह चुके हैं। तब के समय इन सबके बीच अमर सिंह के बिना परिवार की बात करना अधूरापन सा रहता है। उस समय अमर सिंह भी समाजवादी परिवार का अभिन्न हिस्सा थे।

मुलायम के दूसरे पुत्र प्रतीक  

साल 2003 में मुलायम सिंह यादव की पहली पत्नी मालती देवी के निधन के बाद मुलायम सिंह ने साधना गुप्ता से दूसरी शादी कर ली थी। अखिलेश मालती और मुलायम के बेटे हैं जबकि प्रतीक साधना गुप्ता व उनके पति के बेटे हैं। यानी साधना गुप्ता ने जब मुलायम सिंह से शादी की थी तब वह तलाकशुदा थीं। प्रतीक उनकी पहली शादी से ही हुए थे। साधना का कहना था कि मैं खुद पॉलिटिक्स में आना चाहती थी लेकिन मुलायम सिंह यादव ने मना कर दिया था।

मुलायम सिंह को अपना जिम दिखाते प्रतीक 

राजनीति में नहीं आएंगे प्रतीक

साधना गुप्ता ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी दिली ख्वाहिश है कि उनका बेटा प्रतीक भी राजनीति में आए। वहीं प्रतीक यादव का कहना है कि वह राजनीति में नहीं आएंगे। वो जो कर रहे हैं वही करते रहेंगे। बता दें कि प्रतीक रियल स्टेट कंपनी चलाते हैं। साथ ही वह लखनऊ में आलीशान जिम के मालिक भी हैं। प्रतीक यादव ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वह 11वीं क्लास में पढ़ते थे तभी अपनी होने वाली पत्नी अपर्णा से उन्होंने एक वादा किया था। प्रतीक ने तभी अपर्णा से कह दिया था कि कुछ भी हो जाए वो राजनीति में नहीं आएंगे।

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