मथुरा में 200 रुपये के विवाद में पड़ोसियों पर युवक की हत्या का आरोप, चंद्रशेखर बोले UP में कमजोर-वंचित वर्गों के खिलाफ अत्याचार चरम पर
मात्र 200 रुपये के विवाद में पड़ोसियों द्वारा हमला कर हत्या की गई —आश्चर्यजनक और बेहद चिंताजनक है। यह समाज में बढ़ती असहिष्णुता और प्रशासनिक लापरवाही का जीता-जागता प्रमाण है...;

Mathura news : यूपी के मथुरा से इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आयी है, आरोप है कि मात्र 200 रुपये के लिए पड़ोसियों ने शख्स की पीट-पीटकर पर हत्या कर दी और लाश को पेड़ पर लटका दिया। इस घटना के बाद गुस्साये परिजनों ने युवक की लाश को पेड़ से नहीं उतारने दिया। मृतक की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजने को लेकर पुलिस और परिजनों में काफी कहासुनी हुई और बाद में बल प्रयोग के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में किया।
जानकारी के मुताबिक यह घटना मथुरा के थाना मांट क्षेत्र के सिर्रेला गांव की है, जहां रविवार 9 फरवरी को 32 वर्षीय वासुदेव उर्फ करुआ पुत्र सोहनलाल का शव पेड़ पर लटका हुआ बरामद हुआ। परिजनों का आरोप है कि 200 रुपये के दूध के बकाये के विवाद को लेकर पड़ोसियों ने पहले वासुदेव को बहुत बुरी तरह पीटा और उसके बाद उसकी हत्या कर दी और लाश को पेड़ पर लटका दिया।
घटना की सूचना मिलने पर कई थानों की पुलिस मौकास्थल पर पहुंची, मगर लेकिन ग्रामीणों ने युवक के शव को पेड़ से उतारने नहीं दिया। पुलिस ने बल का प्रयोग कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक के चचेरे भाई प्रथम सिंह ने पड़ोसियों पर मारपीट कर रात्रि में हत्या कर लाश को पेड़ पर लटकाने का आरोप लगाया है। मांट थाना प्रभारी निरीक्षक राजीत वर्मा का कहना है कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है।
नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस घटना पर रोष व्यक्त करते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा है 'उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के मांट थाना क्षेत्र के सिर्रेला गांव में वासुदेव बघेल की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई निर्मम हत्या न केवल हृदयविदारक है, बल्कि यह प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती है। परिजनों के अनुसार —मात्र 200 रुपये के विवाद में पड़ोसियों द्वारा हमला कर हत्या की गई —आश्चर्यजनक और बेहद चिंताजनक है। यह समाज में बढ़ती असहिष्णुता और प्रशासनिक लापरवाही का जीता-जागता प्रमाण है।'
चंद्रशेखर आगे कहते हैं, 'यह घटना साबित करती है कि प्रदेश में कमजोर और वंचित वर्गों के खिलाफ अत्याचार चरम पर है, और अपराधी बेखौफ होकर ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। सरकार और प्रशासन की निष्क्रियता के कारण ही दलितों और पिछड़ों के खिलाफ हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही।'
इस घटना के बाद आजाद समाज पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर ने मथुरा पुलिस से मांग की है कि दोषियों को फौरन गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए। पीड़ित परिवार को सरकारी सुरक्षा व उचित मुआवजा दिया जाए।
चंद्रशेखर कहते हैं मृतक वासुदेव बघेल को न्याय दिलाना केवल उनके परिवार की लड़ाई नहीं, बल्कि यह सामाजिक न्याय और समानता के पक्ष में हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।