Muzaffarpur News : शराबबंदी के बाद भी मुजफ्फरपुर में जहरीली शराब के कारण 8 लोगों की मौत
Muzaffarpur News : मुजफ्फरपुर के अलग-अलग गांवों में कथित तौर पर जहरीली शराब के कारण 3 दिन के अंदर 8 लोग जान गवां चुके हैं।
Muzaffarpur News। बिहार के मुजफ्फरनगर जिले (Muzaffarpur) के अलग-अलग गांवों में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से बीते दिन दिनों में आठ लोगों की मौत की खबर है। यह घटना रुपौली व सिउड़ी ऐमा गांव में हुई है। इसी कड़ी में एक और की आज मौत हो गई है। शनिवार को सुबह 5:30 बजे प्रशांत हॉस्पिटल में विशंभरपुर के एक निवासी ने दम तोड़ दिया। गुरुवार 28 अक्टूबर को इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई। सरैया थाना के पुलिस अधिकारियों के द्वारा इस मामले की जांच जारी है।
एक ही शराब जगह से हुई थी शराब की सप्लाई
पुलिस चार शवों को लेकर पोस्टमार्टम करवा चुकी है। 2 शवों का पुलिस के पहुंचने से पहले ही परिजन दाह-संस्कार किया जा चुका थे। डीएम प्रणव कुमार, एसएसपी जयकांत, डीडीसी आशुतोष द्विवेदी, आर एफ एस एल की टीम, सीआईडी, विशेष शाखा, उत्पाद विभाग की टीम ने सूचना मिलने पर गांव पहुंचकर छानबीन की। पुलिस द्वारा आशंका जताई जा रही है कि एक ही शराब माफिया ने सभी इलाकों में जहरीली शराब की बिक्री की थी।
10 लोग हुए गिरफ्तार
ग्रामीणों से मिली जानकारी के आधार पर अधिकारियों की टीम ने जांच की। मृतकों के परिजनों से मिलने के बाद उनके घरों की तलाशी ली गई। पुलिस ने तलाशी के दौरान शराब की खाली बोतलें, रैपर, पंचिंग मशीन बरामद की। पुलिस द्वारा रुपौली व आसपास के इलाकों से वार्ड सदस्य के साथ 10 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनसे सरैया थाने में पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने दो मकान भी सील किए हैं।
एसएसपी विजयकांत ने बताया कि शुरुआती छानबीन के अनुसार प्रतिबंधित शराब पीने से लोगों की मौत हुई है। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम करवाया है और एफआईआर का सिलसिला जारी है। इस मामले में वार्ड सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही मृतक विपुल शाही के घर के पीछे से खाली बोतलें भी बरामद की गई हैं।
रुपौली में हुई मौत
पुलिस की जानकारी के अनुसार बीते बुधवार 26 अक्टूबर की रात को रूपौली गांव में स्थानीय नवनिर्वाचित वार्ड सदस्य अमित कुमार बिट्टू की जीत की खुशी में शराब पार्टी हुई थी। इस पार्टी में लगभग 18 लोग शामिल हुए थे। शराब पीने के बाद देर रात ही अवनीश कुमार सिंह और विपुल शाही के साथ मुन्ना सिंह की भी तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद परिजनों द्वारा उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया। तबियत ज्यादा बिगड़ने के बाद उन्हें फिर मुजफ्फरपुर के जूरन छपरा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाने के लिए ले जाने के दौरान मुन्ना सिंह की मृत्यु हो चुकी थी।
वहीं मुजफ्फरपुर के अस्पताल में अवनीश और विपुल शाही को भर्ती कर लिया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान देर रात अवनीश की भी मौत हो गई। इसके बाद कार्यवाही से बचने के लिए परिजन आनन-फानन में शव लेकर गांव चले गए। मामले की जानकारी मिलने के बाद सरैया एसडीपीओ और सरैया पुलिस गांव पहुंची। दोनों शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शुक्रवार की सुबह विपुल शाही की भी मौत हो गई। पुलिस को जानकारी मिलने के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। तीनों की मौत कथित जहरीली शराब पीने से हुई थी। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और तेजी से जांच पड़ताल शुरू की। साथ ही छापेमारी कर गिरफ्तारी करने लगी।
धीरेंद्र कुमार के घर हुई थी पार्टी
स्थानीय लोगों ने बताया कि बुधवार की रात रुपौली निवासी अमित कुमार बिट्टू के वार्ड 12 से चुनाव जीतने की खुशी में पार्टी दी गई थी। यह पार्टी रुपौली गांव के निवासी धीरेंद्र कुमार उर्फ गोलटू सिंह के घर पर हुई थी। मीनापुर थाना के टेंगराहीं गांव में धीरेंद्र कुमार को भी मृत अवस्था में पाया गया। बताया गया कि मीनापुर में धीरेंद्र कुमार का ननिहाल है और वह वहां रहता था। इसके साथ ही पुलिस को एक अन्य व्यक्ति की मौत की सूचना मिली है।
इसी गांव में विकास मित्र नाम के व्यक्ति की भी मौत हुई। स्थानीय लोगों ने बताया कि विकास ने अपने कुछ साथियों के साथ गुरुवार की दोपहर शराब पी थी जिसके बाद शुक्रवार की सुबह काफी देर तक सोता रहा। उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए परिजनों ने शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में इलाज के दौरान विकास मित्र की भी मौत हो गई।
सिउड़ी ऐमा में हुई एक मौत
जहरीली शराब पीने से मौत की घटना सरैया थाना के सिउड़ी ऐमा गांव से भी आई है। यहां देवेंद्र भगत नाम के एक बुजुर्ग की मौत हो गई। जबकि अन्य चार का इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार देवेंद्र भगत 26 अक्टूबर को अपनी पोती की छठी में शामिल हुए थे। देवेंद्र भगत के बेटे पंकज भगत का ससुराल थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर अरार गांव में है। देवेंद्र भगत छठी में अपने दोनों पुत्रों व गांव के रंजीत साहू और निड्डू भगत के साथ शामिल होने गए थे। पुलिस के अनुसार छठी में खाने पीने के बाद सभी लोग रात में घर लौट आए थे। घर आने के बाद सभी लोगों को आंख से दिखाई देने में कुछ परेशानी होने लगी। जिसके बाद शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इलाज के दौरान देवेंद्र भगत कि मृत्यु हो गई।
नीतीश कुमार ने अप्रैल 2016 में बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी। इस दौरान सरकार ने दलील दी कि शराब बंदी से राजस्व का भले ही नुकसान हो लेकिन विशेषकर गरीबों को शराब से जान माल का जो नुकसान उठाना पड़ता है उसमें कमी आएगी। दूसरी तरफ हाल यह है कि शराब बंदी के बाद भी जनवरी 2021 तक दो लाख 55 हजार 111 मामले दर्ज किए गए। करीब 51.7 लाख लीटर देशी शराब और 94.9 लाख लीटर विदेशी शराब जब्त की गई। इससे यह साबित होता है कि शराबबंदी के बाद से इस धंधे ने जमीनी स्तर पर बड़े कारोबार का शक्ल ले ली है।