Nagaur Gangrape Case : पीड़िता का शव जयपुर से डीडवाना किया गया शिफ्ट, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर लगाए आरोपी को बचाने का आरोप

Nagaur Gangrape Case : राजस्थान में नागौर की गैंगरेप पीड़िता की जयपुर स्थित एस एम एस हॉस्पिटल में मौत के बाद अब इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है, इस मामले को लेकर चारों ओर से घिरी पुलिस ने रात 2:00 बजे कार्यवाही करते हुए शव को जयपुर से डीडवाना शिफ्ट कर दिया है...

Update: 2022-02-20 08:39 GMT

पीड़िता का शव जयपुर से डीडवाना किया गया शिफ्ट

Nagaur Gangrape Case : राजस्थान में नागौर की गैंगरेप पीड़िता की जयपुर स्थित एस एम एस हॉस्पिटल में मौत के बाद अब इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। इस मामले को लेकर चारों ओर से घिरी पुलिस ने रात 2:00 बजे कार्यवाही करते हुए शव को जयपुर से डीडवाना शिफ्ट कर दिया है। पुलिस का कहना है कि यह सब पीड़िता के ससुराल पक्ष की सहमति से किया गया है। फिलहाल पीड़िता के शव को डीडवाना स्थित बांगड़ हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखा गया है। वहीं मौके पर एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और डिप्टी सहित भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है। वहीं पीड़िता के गांव में भी भारी पुलिस बल भेजा गया है। जिस कारण आशंका जताई जा रही है कि आज अंतिम संस्कार भी करवाया जा सकता है।

पुलिस ने आंदोलनकारियों को दबोचा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जयपुर में आंदोलन कर रहे थे संवैधानिक विचार मंच के गिरिराज जोड़ली ने बताया कि सभी आंदोलनकारियों के साथ वह एसएमएस हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर सो रहे थे, तभी अचानक भारी पुलिस वहां पहुंची और सभी आंदोलनकारियों को दबोच लिया। इसके बाद पुलिस ने सभी के मोबाइल छीन लिए और कुछ लोग साथ मारपीट भी की गई। करीब 20 मिनट बाद पुलिसकर्मियों ने बताया कि पीड़िता का शव डीडवाना भेजा जा चुका है। अब तुरंत इस जगह को खाली कर दो। जब वहां देखा गया तो पीड़िता के ससुराल पक्ष के लोग भी वहां पर नहीं थे हालांकि पीड़िता के मायके वाले अभी भी जयपुर में है। उन्होंने कहा कि देर रात की गई यह कार्रवाई राजस्थान सरकार के इशारे पर हुई है। यह लोग भी यूपी के हाथरस की तर्ज पर पीड़िता के शव को जबरन जलाना चाहते हैं।

प्रदर्शनकारियों ने की यह मांगे

बता दें कि इससे पहले नागौर के डीडवाना से लेकर जयपुर तक परिजनों के साथ धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सीएम के नाम ज्ञापन देकर आरोपियों की गिरफ्तारी, सीबीआई जांच, जांच अधिकारी (IO) हटाने, थाना स्टाफ को लाइन हाजिर करने, 50 लाख मुआवजा, सरकारी नौकरी के लिखित आदेश, पीड़िता की कॉल डिटेल निकालने और लापरवाह पुलिस अधिकारी को आरोपी बनाने सहित पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की थी|

पुलिस पर लगा मामला दबाने का आरोप

प्रति प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौर और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इस मामले में पुलिस पर स्थानीय कांग्रेस नेताओं के इशारे पर मामले को दबाने और गंभीर लापरवाही दिखाने के आरोप लगाए थे। बता दें कि उन्होंने बीते शनिवार को गैंगरेप की शिकार हुई पीड़िता के परिजनों को न्याय दिलाने को लेकर एसएमएस अस्पताल में पहुंचकर प्रशासन से बात की। आरएलपी सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में बीजेपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री यूनुस खान और मौजूदा कांग्रेस नेता मिलकर आरोपियों को बचाने में लगे हुए हैं। आज रविवार को आरएलपी के तीनों विधायक भी डीडवाना पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिलेंगे।

भाजपा की ओर से जांच कमेटी गठित

बता दें कि इससे पहले भाजपा की ओर से गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी में शामिल किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हरिराम रणवा, विधायक अभिनेश महर्षि और गोवर्धन वर्मा ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर पूरे प्रकरण से जुड़े तथ्यों की जानकारी ली। कमेटी ने पुलिस जांच को मेनिप्युलेटेड बताया है। अब जांच के बाद प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।

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