गांधी की पुण्यतिथि पर टॉप ट्वीटर ट्रेंड बना #नाथूरामगोडसेजिंदाबाद, कहीं माहौल बिगाड़ने की साजिश तो नहीं!

महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर टॉप ट्वीटर ट्रेंड में नाथूराम गोडसे जिंदाबाद क्यों?

Update: 2022-01-30 09:33 GMT

महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर टॉप ट्वीटर ट्रेंड में नाथूराम गोडसे जिंदाबाद क्यों?

नई दिल्‍ली। पूरा देश आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की याद में शहीदी दिवस मना रहा है। सुबह से ही महात्‍मा गांधी को उनकी पुण्‍यतिथि ( Mahatma Gandhi Death Anniversary ) पर श्रद्धांजलि देने का सिलसिला जारी है। वहीं आज सुबह से ट्विटर पर टॉप ट्रेंड्स में उनके हत्‍यारे नाथूराम गोडसे ( Nathuram Godse ) का नाम भी शामिल है। ताज्जुब की बात यह है कि नाथूराम गोडसे के प्रशंसक उसे बहादुर और देश का रक्षक बता रहे हैं। जबकि इसी व्‍यक्ति ने महात्‍मा गांधी की 30 जनवरी 1948 में गोली मार कर हत्‍या कर दी थी।

एक ट्विटर यूजर कान्हा ने नाथूराम गोडसे का समर्थन करते ​हुए मीम में लिखा है मुझे उम्र कैद हो जाए कोई गम नहीं, लेकिन मैं तुम जैसे स्वार्थी पुरुषों के हाथों इस देश के ... को और बर्बाद नहीं होने दूंगा। वहीं एक अन्य हिंदूवादी देव सिंह नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है कि हिंदुओं की लड़ाई लड़ने के लिए पंडित नाथूराम गोडसे जी ने अपने आप को शहीद किया। आज वही हिंदू उन्हें गद्दार कहते हैं। इन हिंदुओं का कुछ नहीं हो सकता!#नाथूराम_गोडसे_जिंदाबाद

देश विभाजन के बाद गांधी से नफरत करने लगा था गोडसे

दरअसल, अपने आपको कट्टर हिंदू कहने वाला नाथूराम गोडसे हिंदू राष्‍ट्रवाद का जुनूनी समर्थक था। हालांकि, अपने जीवन के शुरआती काल में वह महात्‍मा गांधी के विचारों से प्रभावित भी था, लेकिन देश के बंटवारे को लेकर उसने एकतरफा महात्‍मा गांधी को जिम्‍मेदार मान लिया। उसके बाद से गोडसे उनसे घृणा करने लगा। वह इस बात को लेकर गांधी से इतना नफरत करने लगा कि उसने राष्ट्रपिता को गोली मारने तक पहुंच गया। गोली मारने के बाद उसे मौके पर पकड़ लिया गया था। अदालत में उसे और उसके साथियों पर मुकदमा चला और गोडसे को अंबाला जेल में फांसी दी गई।

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